नई दिल्ली, केंद्रीय चुनाव आयोग ने सपा मुखिया व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उनके एक बयान के लिए नोटिस जारी कर 7 मार्च तक उसका जवाब मांगा है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बीते 4 मार्च को उत्तर प्रदेश के भदोही में चुनावी जनसभा में दिए गए अखिलेश यादव के बयान पर आपत्ति जताई। आयोग ने उनके बयान को आदर्श आचार संहिता के खिलाफ माना है।
भदोही में अखिलेश ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, सुना है कि यहां एक उम्मीदवार बहुत पैसे बांट रहा है। आप पैसे ले लेना लेकिन साइकिल को याद रखना। आयोग ने सपा मुखिया के इस बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए उनसे 7 मार्च तक जवाब मांगा है। अखिलेश से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी इस तरह का बयान दे चुके हैं।
केजरीवाल ने गोवा के वोटरों से अन्य दलों से धन स्वीकार करने, लेकिन वोट ‘आम आदमी पार्टी’ को वोट देने की अपील की थी। चुनाव आयोग ने ‘रिश्वत’ वाले बयान को लेकर केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। वहीं रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि उन्हें इसमें कोई दिक्कत नहीं है कि लोग अन्य दलों की रैलियों में शामिल होने के लिए उन दलों से पैसा ले लें, लेकिन उन्हें वोट ‘कमल’ (बीजेपी का चुनाव निशान) को ही देना चाहिए। चुनाव आयोग ने पर्रिकर के बयान पर संज्ञान लेते हुए उनसे कहा था कि जब चुनाव आचार संहिता लागू हो तो उन्हें भविष्य में कोई बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए।