नई दिल्ली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भाजपा और अन्य सहयोगी संगठनों की विभिन्न राज्यों में गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए 19 मार्च से तीन दिवसीय विचार-विमर्श बैठक मे करेगा। यह बैठक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के एक सप्ताह बाद होगी। आरएसएस के प्रतिनिधियों, उसके राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी करेंगे। इसमें राज्यवार गतिविधियों की भी समीक्षा की जाएगी।
आरएसएस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरएसएस के निर्णय करने वाले शीर्ष निकाय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की वार्षिक बैठक 19 मार्च से शुरू होगी और सभी संगठनों की गतिविधियां उसे सौंपी जाएगी। इन संगठनों में एबीवीपी, सेवाभारती, संस्कृति भारती, विद्या भारती और बीएमएस शामिल हैं। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर की मतगणना 11 मार्च को होगी जिसके लिए मतदान विभिन्न चरणों में हुए थे। इसमें कहा गया कि बैठक में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी और आवश्यक प्रस्ताव पारित किये जाएंगे। बैठक में आरएसएस अगले वर्ष के लिए अपनी कार्ययोजना का भी निर्णय करेगा।