नई दिल्ली, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र मुथु कृष्णन की मौत के मामले पर आज लोकसभा में अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने की मांग करते हुये हंगामा किया।
अमेरिका में भारतीयों पर हमले के बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान के बाद अचानक अन्नाद्रमुक सदस्य खड़े होकर सदन की कार्यवाही स्थगित करने की मांग करने लगे लेकिन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी और रेल बजट के लिए अनुदान मांगों पर चर्चा के लिए भारतीय जनता पार्टी सदस्य रमण डे का को बोलने के लिए आमंत्रित किया। इस पर अन्नाद्रमुक के सदस्य शोर-शराबा करते हुये अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गये। अंत में अध्यक्ष ने सदस्यों को मुथु कृष्णन के मामले में बोलने की अनुमति देकर उन्हें शांत किया।
अन्नाद्रमुक सदस्यों ने कहा कि मुथु कृष्णन की मौत जाति भेद एवं दलित के प्रति भेदभाव की भावना के कारण हुई है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस से मामले की जांच करने की मांग की तथा कहा कि मुथु के पिता श्री जीवनंदम् ने मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। इस पर जवाब देते हुये संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि मुथु की मौत से पूरा सदन दुःखी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उसका पोस्टमॉर्टम हो रहा है तथा दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। तमिलनाडु के रहने वाले एवं जेएनयू में एमफिल के 28 वर्षीय छात्र मुथु का शव 13 मार्च को मुनिरका में उसके एक दोस्त के घर पर पंखे से लटका मिला था। पृथमदृष्टया यह आत्महत्या का मामला माना गया, लेकिन परिजन इसमें साजिश का आरोप लगा रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री के जवाब एवं अध्यक्ष के समझाने-बुझाने के बाद हंगामा थम गया और सदन की कार्यवाही निर्बाध जारी रही।