लखनऊ, प्रदेश के जन्तु उद्यान, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री तथा लखनऊ जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 शिव प्रताप यादव ने आज यहां सी0जी0सिटी (चक गंजरिया) परिसर मंे तीन लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता की आधुनिक एवं स्वचालित दुग्धशाला की आधार शिला रखी। साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता को सम्बोधित मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का पत्र भी पढ़ा।
इस नवीन दुग्धशाला में अल्ट्रा हाई ट्रीटमेंट(यू0एच0टी) मिल्क, फ्लेवर्ड मिल्क, आइसक्रीम, चीज, वैकुम पैक में पनीर, घी तथा मक्खन इत्यादि तैयार होंगे, जो उपभोक्ताओं के लिए आकर्षक पैक में उपलब्ध होंगे। यू0एच0टी0 प्लांट में दूध प्रसंस्करण होने से दूध की लाइफ छः महीने की होगी यानी दूध छः महीने तक खराब नहीं होगा। अभी दूध की शेल्फ लाइफ मात्र दो दिन की है। इसके अलावा यह शत-प्रतिशत आटोमेटिक प्लांट में तैयार होगा, जिसमें प्रोडेक्ट को कहीं भी मनुष्य द्वारा स्पर्श नहीं किया जायेगा, जिससे किसी भी तरह की अशुद्धि नहीं होगी। इस परियोजना की लागत 137.50 करोड़ रुपये होगी।
इस अवसर पर डा0 यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरकार का सतत् प्रयास है कि दुग्ध उत्पादकों को उनके दुग्ध का उचित मूल्य मिले और आम जनता को उच्च गुणवत्तायुक्त दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद प्राप्त हांे। उन्होंने कहा कि पूर्व में आर्थिक सम्पन्नता का पैमाना गौशाला की गायें मानी जाती थीं। वर्तमान परिवेश में इस व्यवस्था को लोग भूल चुके हैं। प्रदेश सरकार द्वारा कामधेनु, मिनी कामधेनु तथा माइक्रो कामधेनु योजना संचालित की जा रही हैं। इस योजना के संचालन से लोगों में दुग्ध उत्पादन के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए अनेकों प्रकार की योजनाएं चला रही है। लेकिन जब तक जन भागीदारी नहीं होगी तब तक कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि भारत तब सोने की चिड़िया था जब यहां दूध देने वाले पशुओं की सेवा घर-घर होती थी और देश में दूध-दही की नदियां बहती थीं। उन्होंने कहा कि दूध का उत्पादन बढ़ाकर देश को फिर से सोने की चिड़िया बनायेंगे।
डा0 यादव ने कहा कि 10 जनपदों में नवीन अत्याधुनिक ग्रीन फील्ड डेरी प्लांट लगाये जायेंगे। इनमें वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मेरठ, फिरोजाबाद, फैजाबाद तथा मुरादाबाद जनपद शामिल हैं। इसके अतिरिक्त अलीगढ़, नोएडा, इलाहाबाद एवं झासी में डेरियों का आधुनिकीकरण/उच्चीकरण कराया जा रहा है, जबकि आज कन्नौज में गाय के दूध पर आधारित एक लाख लीटर दैनिक क्षमता के अत्याधुनिक डेरी प्लांट का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के कर-कमलों से सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि नवीन डेरी प्लाण्टों की स्थापना से प्रदेश में प्रतिदिन 20.30 लाख लीटर प्रतिदिन दुग्ध का प्रसंस्करण होगा।
जिलाधिकारी लखनऊ श्री राजशेखर ने अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ाये जाने के लिए शुरू की गयी कामधेनु योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के तत्काल बाद दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसके परिणाम स्वरूप दूध का उत्पादन बढ़ा है और नयी अत्याधुनिक व स्वचलित डेरियां अस्तित्व में आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पराग एक जाना पहचाना नाम है, फिर भी नए बड़े ब्रांडो के बाजार में आने से कड़ी प्रतियोगिता है जिससे पार पाने के लिए पराग को दूध सप्लाई चेन में अधिक से अधिक दूध उत्पादक जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पराग आने वाले दिनों में साढ़े चार लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण करेगा।