लखनऊ , उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि कार्रवाई से बचना है तो निर्धारित समय में काम पूरा करने की आदत डाल लें।
श्री मौर्य आज यहां विभागीय कार्यों के प्रस्तुतीकरण के बाद अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले की पांच सड़कों को चिन्ह्ति कर उनकी गुणवत्ता का परीक्षण कराया जाये। उन्होंने इस कार्य में जन प्रतिनिधियों की भी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि अब टेण्डर का कार्य ई.टेण्डरिंग के माध्यम से ही सुनिश्चित किया जाय तथा यदि किसी ठेकेदार की प्रोफाइल मानकों के अनुरूप नहीं है तो उसे ठेके नहीं दिए जायें।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अधूरी पड़ी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की सड़कों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाय। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एक महत्वपूर्ण योजना हैए जिसमें रोजगार के व्यापक अवसर निहित हैंए इसलिए राज्य सरकार ने ग्रामीण सड़कों को विशेष महत्व देने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कए राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों तथा एनएचएआई की अन्य सड़कों को 15 जून तक हरहाल में गड्ढा मुक्त कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि जनता को जल्द लाभ मिले सके इसके लिए ग्रामीण विकास की ऐसी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी कार्य की समय सीमा 12 माह से अधिक नहीं होनी चाहिएए लेकिन इसमें कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता भी नहीं होना चाहिए।
कुम्भ मेले में हुए निर्माण कार्यों पर चर्चा के दौरान श्री मौर्य ने कहा कि कुम्भ मेले में हुई अनियमितता की जांच गलत लोगों को दी गईए जिससे इसपर पर्दा पड़ गया। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद का कुम्भ मेला दुनिया का सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा मेला है। इसकी गरिमा को ध्यान में रखकर कार्य योजना इस प्रकार बनायी जानी चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां भी याद रखें।
सभी कार्य निर्धारित अवधि में गुणवत्ता तथा समयबद्धता के साथ कार्य पूर्ण हों ऐसा न करने वाले अधिकारी व ठेकेदार को दण्डित किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्य पूर्ण न हो पाने के कारण जो पैसा सरेण्डर हो रहा है उसके कारणों को स्पष्ट किया जाए तथा कार्य पूरा न करने वालों पर कार्रवाई भी की जाए।