नई दिल्ली, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर कॉरपोरेट सेक्टर को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि युवाओं को बलपूर्वक किसी बात को लागू करने वाले सतर्कतावाद (विजिलेंटिज्म) की नहीं, बल्कि रोजगार की जरूरत है।
माकपा नेता ने फेसबुक पर पोस्ट एक वीडियो संदेश में कहा, देश की दो तिहाई आबादी युवाओं की है। उन्हें रोजगार की जरूरत है न कि गौ रक्षा सेना की या एंटी-रोमियो स्क्वायड को लेकर सतर्कता की। उन्होंने कहा, गौ रक्षा जैसे भावनात्मक मुद्दों के माध्यम से युवाओं का ध्यान बंटाने की साजिश को परास्त करने की जरूरत है। माकपा नेता ने कहा कि अगर कॉरपोरेट के पास बकाया कुल 11 लाख करोड़ रुपये वसूल कर लिए जाएं और उन्हें सालाना करोड़ों रुपये की कर छूट बंद कर दी जाए, तो इससे पैदा हुए राजस्व का इस्तेमाल बुनियादों सुविधाओं का विकास करने तथा युवाओं के लिए लाखों की संख्या में रोजगारों का सृजन करने में किया जा सकता है। येचुरी ने कहा, हमें इस तरह की नीतियों की जरूरत है न कि धार्मिक तथा सांप्रदायिकता का खेल खेलने वाले की, जैसा किया जा रहा है।