अखिलेश यादव के प्रत्येक जनहित कार्य को, जाति विशेष से जोड़ रही बीजेपी सरकार-सपा
April 5, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने कहा है कि सूबे में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनने के बाद से बदलाव के नाम पर अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी सरकार के निर्णयों पर प्रश्नचिह्न लगाना शुरू कर दिया गया है। विभिन्न संस्थाओं में निर्वाचित प्रतिनिधियों को हटाने में भी योगी सरकार लगी है।
मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार का पिछली सपा सरकार के प्रति हर काम पूर्वाग्रह से ग्रस्त है और विद्वेषपूर्ण व्यवहार किया जाना भाजपा अपना धर्म मानती है। चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव ने गरीबी और बेकारी के खिलाफ कड़े निर्णय लेते हुए नौजवानों की नौकरियों में भर्ती खोली थी। वर्षों से खाली पड़े तमाम विभागीय पदों पर पारदर्शी तरीके से भर्तियां की थी। इससे नौजवानों को सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में पांच लाख बेकारों को नौकरी की व्यवस्था की थी।
दोनों की सच्चाई यह है कि सपा सरकार का कोई भी कार्य भेदभाव पूर्ण नहीं रहा जबकि भाजपा ने यह तय कर रखा है कि अखिलेश यादव के प्रत्येक व्यापक जनहित कार्य को जाति विशेष से सम्बद्ध करना ही है। मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि आज भाजपा नौजवानों की नौकरियों पर, उनकी वैध नियुक्तियों पर सवाल खड़े कर रही है। यह सपा सरकार के कामों के प्रति जनता में भ्रांति फैलाने की साजिश है और प्रदेश की युवा शक्ति को भी लांछित करने वाला काम है। उन्होंने कहा कि भाजपा रस्सी को सांप बताकर लोगों को बहका रही है और सपा सरकार की उपलब्धियों की छवि बिगाड़ रही है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने का षड्यंत्र है।