नई दिल्ली, पेटीएम ने कार्पोरेट के कर्मचारियों को टैक्स बचाने के अवसर प्रदान करने के लिए अपनी तरह के पहले फूड वॉलेट को लांच किया है। यह नया नवाचार कंपिनयों को सरकार द्वारा स्वीकृत टैक्स छूट के ब्रैकेट के तहत कर्मचारियों को आहार भत्ता देने में मदद करेगा।
यह फूड वॉलेट पेटीएम ऐप में उपलब्ध होगा और कर्मचारियों को दिया जाने वाला आहार भत्ता डिजिटल होगा। इससे इसके खोने या खत्म होने का जोखिम दूर होगा। पेटीएम का फूड वॉलेट एक अनोखे इंटरफेस के साथ आता है जहां कर्मचारी पासबुक में रिअल टाइम बैलेंस देख सकते हैं और ऐप के निअरबाई फीचर में सबसे नजदीकी फूड आउटलेट का पता जा सकते हैं। इस वॉलेट का प्रयोग आॅफिस के कैफेटेरिया के साथ ही छोटे सिंगल आउटलेट्स सहित विभिन्न प्रकार के आॅनलाइन और भौतिक व्यापारों में भी किया जा सकता है। इस सूची में केएफसी, बर्गर किंग, जोमाटो, पिज्जा हट, कैफे कॉफी डे और बिग बाजार व अन्य शामिल है।
बेजोड़ सरलता और सहजता के अलावा, ग्राहक बेहतरीन डील्स, छूट और कैशबैक जैसे अन्य फायदों का लाभ उठा सकते हैं। नियोक्ता ढेर सारे कूपन्स और कार्ड्स को संपादित करने, संभालने और वितरित करने की किसी भी दिक्कत के बिना एक बटन क्लिक करके तुरंत ही देश में कहीं पर भी कर्मचारियों के फूड वॉलेट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। यह समाधान कुछ कार्पोरेट कार्यालयों में पहले से ही चालू है।
इस लांच पर बात करते हुए, पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट किरण वसि रेड्डी ने कहा, पेटीएम फूड वॉलेट पारंपरिक मील वाउचर की दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा और नियोक्ता, कर्मचारी व फूड रिटेलर सभी हितधारकों को फायदा पहुंचाएगा। कार्पोरेट कर्मचारी अब आसानी से अपने मोबाइल का प्रयोग करके अपने खाने और पेय का भुगतान कर सकते हैं और ऐप पर सभी भुगतानों को जांच सकते हैं। यह कागजी वाउचरों जैसे पारंपरिक उपायों की तुलना में बेहद सहूलियत देगा और टैक्स का फायदा भी पहुंचाएगा। भारत के 25,000 करोड़ रुपए के टैक्स-फ्री भत्ता बाजार में हर साल 12 मिलियन सैलरी रिटर्न भरे जाते हैं। इस अभिनव उत्पाद के साथ, पेटीएम उन 6 मिलियन कर्मचारियों की जिंदगियों को छू सकता है जो हर साल अपने फूड वाउचर दावों को फाइल करने का संघर्ष करते हैं। यह पूरे भारत में कैशलेस लेन-देनों को जिंदगी जीने का एक तरीका बनाने के इसके ध्येय का एक हिस्सा है।