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एसिडिटी और पेट में जलन का उपचार के 10 घरेलू उपचार

लाजबाव, स्वादिष्ट भोजन करने के बाद अक्सर आपको गैस और एसिडिटी की समस्या हो जाती है. पेट में गुड़गुड़ होती रहती है, हल्का सा दर्द होता है और गैस बनती है जिसकी वजह से किसी भी काम को करने में मन नहीं लगता है. दुनिया भर के लोगों को इस समस्या से कभी न कभी दो चार होना पड़ता है. अगर आपका भी चटपटे और तला भोजन को खाने के बाद यही हाल होता है तो यहां हम आपको कुछेक आयुर्वेदिक टिप्स बता रहे हैं जो पेट की जलन को शांत करके, एसिडिटी को भी दूर भगा देते हैं.

1. आजवाइन: दो चम्मच आजवाइन लें और उसे एक कप पानी में उबाल लें. इस पानी को आधा होने तक उबालें और बाद में छानकर पी जाएं. पेट में होने वाली गड़बड़ सही हो जाएगी.

2. आंवला: सूखा हुआ आंवला, यूं ही चबा लें. इससे पेट दर्द में आराम मिलता है. सूखा हुआ आवंला, बाजार में उपलब्ध होता है. आप चाहें तो इसे आंवलें के सीजन में घर पर भी उबालकर धूप में सुखाकर इस्तेमाल कर सकती है.

3. लौंग: लौंग से पाचनक्रिया दुरूस्त बनी रहती है. लौंग का सेवन करके पानी पी लें. इससे राहत मिलेगी.

4. काली मिर्च: काली मिर्च, पेट में होने वाली ऐंठन व गैस की समस्या को दूर कर देती है. छाछ के साथ काली मिर्च का सेवन करने पर फायदा होता है. काली मिर्च के पाउडर को छाछ में डालकर पी जाएं.

5. अदरक: अदरक में पाचन क्रिया दुरूस्त करने के गुण होते हैं. अदरक को कच्चा खाने या चाय में डालकर पीने से पेट की जलन में आराम मिलती है. आप चाहें तो अदरक की जगह सोंठ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

6. तुलसी: तुलसी में बहुत सारे हर्बल गुण होते हैं. इसकी चार पत्तियां खाने से पेट में एसिडिटी की समस्या नहीं रहती है.

7. जीरा: जीरा, पेट दर्द और गैस का तुंरत उपचार करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. काले नमक के साथ इसका सेवन लाभकारी होता है.

8. आर्टिचोक का पत्ता: आर्टिचोक के पत्ते को कच्चा ही चबा जाने से पेट में एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है. साथ ही कब्ज भी नहीं होता है.

9. कैमोमाइल: कैमोमाइल टी, पाचन क्रिया के लिए अच्छी मानी जाती है. इसे बनाकर पीने से जलन, पेट दर्द और एसिडिटी की समस्या दूर हो जाती है.

10. हल्दी: हल्दी को दही में मिलाकर सेवन करें, इससे पेट दर्द और ऐंठन व एसिडिटी में राहत मिलती है.