मुंबई, अभिनेता से निर्माता बने सोनू सूद का कहना है कि भारत की ओलम्पिक पदक विजेता महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु की बायोपिक का निर्माण चुनौतीपूर्ण है। सोनू ने कहा कि 22 वर्षीया बैडमिंटन खिलाड़ी के जीवन के सफर ने ही उन्हें इस बायोपिक के निर्माण के लिए प्रेरित किया।
अभिनेता ने कहा, कभी-कभी एक कहानी में क्लाइमैक्स, एक प्री-क्लाइमैक्स और एक कहानी होती है। ऐसे में कभी-कभी आपको क्लामैक्स पर ध्यान देकर कहानी बनानी होती है। मेरे लिए यह बायोपिक एक क्लाइमैक्स नहीं है, बल्कि एक कहानी है या एक सफर है। सिंधु के जीवन के इस सफर से प्रेरित होकर ही मैंने बायोपिक के निर्माण का फैसला लिया। सोनू ने कहा कि वह उन सभी लोगों के साथ चर्चा में हैं, जिनका कहना है कि सिंधु पर बायोपिक के लिए यह सही समय नहीं है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ऐसे लोगों को गलत साबिक करना मेरे लिए यह अधिक चुनौतीपूर्ण है। यह फिल्म ऐसी होगी, जो लोगों को प्रेरित करेगी। फिल्म के बारे में सोनू ने कहा, बैडमिंटन तो इस फिल्म के लिए एक सांचे के समान है, लेकिन इसकी कहानी महत्वपूर्ण है। इसमें दर्शाया जाएगा कि कैसे एक छोटे से कस्बे से निकलकर एक लड़की ने अपने लक्ष्यों को हासिल किया।