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प्रदेश के 34 हजार गांवों तक नहीं पहुंची रोडवेज की बसें

लखनऊ,  उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम  की बसों की पहुंच मात्र दस प्रतिशत गावों तक ही है। वहीं, सूबे के 34 हजार गांवों तक अभी भी रोडवेज की बसें नहीं चलती है। इसके साथ ही प्रदेश के 20 हजार गांव ऐसे हैं जहां एक से दो किमी की दूरी तक ही बस की सुविधा मिल रही है। रोडवेज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बसों की पहुंच मात्र दस प्रतिशत गावों तक ही है।

वहीं लखनऊ के आस-पास के गांव भी अभी तक बसों से जुड़ नहीं पाये हैं। इसके लिए रोडवेज के बड़े अधिकारी ही जिम्मेदार हैं जो बसों के संचालन की योजना बनाते हैं। उन्होंने बताया कि शहरों को गांव से जोड़ने के लिए खाका तैयार हो गया है। शहरों से गांवों को जोड़ने के लिए करीब आठ हजार नई बसों की जरूरत है।

अधिकारी ने बताया कि भाजपा के घोषणा पत्र में प्रदेश के सभी गांवों को जोड़ने का खाका तैयार किया गया है। इसके लिए प्रदेश भर के गांवों और उनके रास्तों को खंगाला जा रहा है। प्रदेश में 20 हजार गांव ऐसे हैं जहां एक से दो किमी की दूरी पर ही बस की सुविधा मिल रही है। बाकी 34 हजार गांवों तक अभी तक बसों की सुविधा नहीं है।

अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को रोडवेज बसों की सुविधा मिल सके। इसके लिए शहर से गांव को बसों से जोड़ने की योजना तैयार हो गई हैं। अगले चार साल में सूबे के सभी गांवों तक रोडवेज की बसें चलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को चार चरणों में चार साल में पूरा किया जाएगा।