नागपुर, केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल आतंकवाद पर सरकार का समझौता नहीं करने वाले रखे को समझना नहीं चाह रहे। अकबर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, सरकार आतंकवाद के मुद्दे पर कभी समझौता नहीं करेगी। वह नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने पर जनता के बीच पहुंचने के सरकार के प्रयासों के तहत यहां आये।
नोटबंदी को क्रांतिकारी कदम बताते हुए अकबर ने कहा कि कई देशों के प्रतिनिधि इस कदम का अध्ययन करने के लिए भारत आ रहे हैं। बाद में जब कुछ संवाददाताओं ने विजय माल्या मामले में अकबर से सवाल पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया और कहा कि मामला ब्रिटेन की एक अदालत में लंबित है। गौरतलब है कि कई बैंकों के करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं लौटाने के मामले में वांछित माल्या को लंदन की एक अदालत ने उनके प्रत्यर्पण के मामले की सुनवाई के दौरान चार दिसंबर तक जमानत दे दी।