वाशिंगटन/नई दिल्ली, नोबेल पुरस्कार प्राप्त कैलाश सत्यार्थी ने अमेरिकी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की है कि विश्वस्तर पर बालश्रम उन्मूलन की दिशा में अमेरिका को नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक प्रत्येक बच्चे को सुरक्षा एवं शिक्षा उपलब्ध नहीं होता तब तक दुनिया सुरक्षित नहीं बन सकती है। सत्यार्थी ने कैपिटोल हिल में कहा, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी विश्व श्रम संगठन ने इस संदर्भ में काफी काम किया है, लेकिन अब भी काफी कुछ किये जाने की आवश्यकता है।
आज एक बार फिर मैं इस देश से नेतृत्व की अपील करना चाहता हूं। बाल श्रम खत्म करने के लिये अतीत में जिस तरह से आपने अपने देश में ना केवल नेतृत्व क्षमता दिखायी थी बल्कि इसे साबित भी किया था। अमेरिकी कांग्रेस के कई सहयोगी और बाल अधिकारों के कार्यकर्ता शुक्रवार दोपहर सत्यार्थी की अपील सुनने के लिये हाउस फॉरेन अफेयर्स कमिटी के सुनवाई कक्ष में एकत्रित हुए थे। सत्यार्थी ने कहा, हर शरणार्थी बच्चा आपका बच्चा है अमेरिका। जैसे आप उन्हें करणा, उम्मीद और प्रेरणा देकर शेष दुनिया को नजीर पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा, यह एक महान देश है।
लेकिन हमें इसे और महान बनाना होगा और यह तभी संभव है जब आप अपने बच्चों को सिर्फ अमेरिकी नहीं मानें। जो भी बच्चा गुलामी में जी रहा हो, चाहे भारत में या अफ्रीका में या लातिन अमेरिका के किसी भी हिस्से में, वह बच्चा आपका बच्चा है। फिर चाहे वह किसी वेश्यालय में बेचा जाने वाला कोई बच्चा हो, तुर्की में कोई शरणार्थी बच्चा हो, अकारण अपने माता पिता और परिवार तथा अपने देश को खोने को मजबूर सीरिया का कोई बच्चा हो। सत्यार्थी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय विश्व बालश्रम निषेध दिवस मना रहा है, हालांकि अब भी यह चुनौती बना हुआ है। बाल अधिकारों के लिये काम करने वाले सत्यार्थी ने वर्ष 2014 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया था।