आखिर दूरदर्शन- आकाशवाणी ने दिखा दिया कि, वे हो गये बीजेपी के सरकारी भोंपू
August 17, 2017
नई दिल्ली, दूरदर्शन और आकाशवाणी क्या आरएसएस-भाजपा की निजी संपत्ति है? या ये अब बीजेपी के सरकारी भोंपू बन गयें हैं? कुछ एेसे ही सवाल उठने लगें हैं, दूरदर्शन और आकाशवाणी पर, कारण है कि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के भाषण को प्रसारित करने से मना कर दिया.
त्रिपुरा सरकार की ओर से जारी बयान में आरोप लगाया गया है कि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने 12 अगस्त को सरकार का भाषण रिकॉर्ड कर लिया. इसके बाद मुख्यमंत्री ऑफिस को एक पत्र के जरिए सूचित किया गया कि उनके भाषण को जब तक नया रूप नहीं दिया जाता तब तक इसे प्रसारित नहीं किया जाएगा. ये प्री-रिकॉर्डेड स्पीच 15 अगस्त को गवर्नर की स्पीच के बाद 9 बजे के आसपास टेलीकास्ट की जानी थी, जो नहीं की गई.
त्रिपुरा सरकार के इन्फॉर्मेशन एंड कल्चरल डिपार्टमेंट ने अपनी वेबसाइट पर प्रसार भारती द्वारा बैन की गयी स्पीच पोस्ट की है. स्पीच के एक हिस्से में कहा गया है कि “आजादी के मौके को देश को इन्ट्रोस्पेक्शन (आत्मावलोकन) के मौके के रूप में देखना चाहिए.’ इसमें कहा गया, “आज देश की धर्मनिरपेक्ष भावना पर हमला किया जा रहा है। हमारे समाज को बांटने के लिए साजिश रची जा रही है।” एक जगह गोरक्षा के नाम पर देश को बांटने की बात भी कही गई है. स्पीच में कहा गया कि अल्पसंख्यक और दलित समुदाय पर बड़ा हमला किया जा रहा है और ऐसी अपवित्र मानसिकता को सहन नहीं किया जाएगा.
माकपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि- ‘दूरदर्शन ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार का भाषण प्रसारित करने से इनकार किया. क्या प्रधानमंत्री मोदी इसी सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं? शर्म की बात है.’ त्रिपुरा की माणिक सरकार ने इसे ‘अलोकतांत्रिक, निरंकुश और असहिष्णु कदम’ करार दिया.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि दूरदर्शन, आरएसएस-भाजपा की निजी संपत्ति नहीं है. आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लोगों को निर्देश दे रहे हैं कि विपक्ष की आवाज को दबा दिया जाए, जिसमें कि एक निर्वाचित मुख्यमंत्री शामिल हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘अगर यह तानाशाही और अघोषित आपातकाल नहीं है तो क्या है? माकपा, त्रिपुरा की जनता और हमारे सभी नागरिक इससे लड़ेंगे.
जबकि दूरदर्शन ने कहा कि हमने त्रिपुरा के चीफ मिनिस्टर माणिक सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को पूरी कवरेज दी. हालांकि, दूरदर्शन ने त्रिपुरा सीएम की उस शिकायत पर कुछ नहीं कहा, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरी रिकॉर्डेड स्पीच को दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने ब्लैक आउट कर दिया.