नयी दिल्ली , बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती भाजपा की अगुवाई वाली केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की दलित एवं अल्पसंख्यक विरोधी नीतियों के खिलाफ आज से जनता को आगाह करने के अभियान का आगाज करेंगी।
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दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों के प्रति जागरुक करने के इस अभियान की शुरुआत मेरठ में आज 18 सितंबर से होगी। इसके लिये आयोजित विशाल रैली को मायावती संबोधित करेंगी ।मायावती ने 18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफा दिया था और यह फैसला लिया था कि वह हर महीने की 18 तारीख को प्रदेश में मंडलवार रैलियों को संबोधित करेंगी।
पिछले महीने संसद के मानसून सत्र में राज्य सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद मायावती की यह पहली बड़ी रैली होगी। मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद जिलों में दलित एवं अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को निशाना बनाने की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुये बसपा ने जनजागरण अभियान की शुरुआत मेरठ से करने की पहल की है।
भाजपा की केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार अल्पसंख्यकों, किसान, मजदूर, गरीब खासकर दलित विरोधी गतिविधियों को जातिवाद, सांप्रदायिक और पूंजीवाद के हथियार से संचालित कर रही है। भाजपा की इस साजिश का पर्दाफाश करने के लिये बसपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बसपा प्रमुख की मेरठ रैली से विशेष अभियान की शुरुआत कर रही है।
बहुजन समाज पार्टी के सूत्रों के अनुसार, हर विधानसभा क्षेत्र से कम से कम 5000 लोगों को इस रैली में आ रहें हैं। यह रैली बड़ी संख्या के लिहाज से मायावती की अन्य रैलियों के रिकार्ड तोड़ सकती है।