लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव,सपा के आठवें प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करते समय अपने पिता मुलायम सिंह यादव को लेकर भावुक हो उठे. अपने संबोधन के दौरान उन्होने समाजवादी आंदोलन मे मुलायम सिंह के योगदान को याद किया और उनके आशीर्वाद की अपेक्षा भी की.
वहीं, वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी अपने भाषण मे मुलायम सिंह के योगदान को याद किया और कहा कि मेरे बारे में कोई गलतफहमी ना रखे. ये मैं कहने आया हूँ कि रफीकुलमुल्क से मिली विरासत को मजबूत करो. आप हिन्दू, मुसलमान सिख और ईसाई की ताकत बनो। आजम खान, मुलायम सिंह को रफीकुलमुल्क से ही संबोधित करतें हैं.
अखिलेश यादव ने प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा,‘समाजवादी पार्टी को नेताजी (मुलायम) के साथ-साथ उनके तमाम साथियों ने आगे बढ़ाया है. कई बार लोग सवाल उठाते हैं… मैं उनसे यही कहना चाहता हूं कि नेताजी हमारे पिता तो रहेंगे ही, वहीं उनका आशीर्वाद भी बना रहेगा, तो हम इस आंदोलन को और बढ़ाएंगे और देश की ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे.’
अखिलेश यादव का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब मुलायम सिंह की ओर से 25 सितंबर को संवाददाता सम्मेलन में एक नई पार्टी बनाने का ऐलान करने की अटकलें जोरों पर हैं. अधिवेशन में मुलायम सिंह और शिवपाल यादव उपस्थित नहीं थे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवपाल गुट पर हमला बोलते हुए, किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘हम यह भी कहना चाहेंगे कि आप तमाम बनावटी समाजवादियों से सावधान रहना. मैं नकली समाजवादी लोगों के लिए कहना चाहूंगा कि उन्होंने कई कोशिशें और साजिशें कीं कि समाजवादी आंदोलन थम जाए. वे एक साजिश में तो कामयाब हो गए कि हम सरकार में नहीं आ पाए, लेकिन अब सभी समाजवादियों की आंख खुल गई है. अब वे किसी भी साजिश में कामयाब नहीं हो सकते.’