दंगल के उद्घाटन पर, अखिलेश यादव ने आरक्षण के दंगल का पेश किया फार्मूला
October 2, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दंगल महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर, आरक्षण के दंगल से निबटने का फार्मूला पेश किया। अखिलेश यादव लखनऊ के थाना मोहनलालगंज के खुझौली गांव में आयोजित दंगल के उद्घाटन के पश्चात् उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित कर रहे थे।
अखिलेश यादव ने जातीय अनुपात में आरक्षण दिये जाने की मांग की है। उन्होने कहा कि जिस जाति की जितनी जनसंख्या है उसे उसकी आबादी के अनुपात मे आरक्षण मिलना चाहिये। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनसंख्या के अनुपात मे आरक्षण दिये जाने से समाज में सभी वर्गों के साथ न्याय हो सकेगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कुश्ती दंगल ग्रामीण संस्कृति से जुड़े हैं। महाभारत -रामायण में भी इनका जिक्र है। भीम और हनुमान मल्ल विद्या में पारंगत थे। उन्होने कहा कि गांवों में दंगलों की पुरानी परम्परा है। स्वास्थ्य से भी इसका सम्बंध है। पहलवानी में जोर आजमाइश होती है तो उसके लिए काफी परिश्रम भी करना होता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने पहलवानों का भी सम्मान किया था। पहलवानों ने देश का सम्मान बढ़ाया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने बिना धर्म जाति के भेदभाव के जहां फिल्म, फौज, क्रिकेट क्षेत्र के लोगों को सम्मान दिया वहीं अलका तोमर और अंशु तोमर दो महिला पहलवानों के अतिरिक्त बच्चन लाल, भगत सिंह, विजयपाल, राजकुमार, गार्गी यादव, राम मिलन, पन्ने लाल, राम आसरे, काली रमन, मेवालाल, नरसिंह तथा जनार्दन सिंह आदि पहलवानों को भी यश भारती सम्मान दिया था और 50 हजार रूपए पेंशन दी थी। लेकिन भाजपा सरकार ने पेंशन बंद कर दी है। भाजपा सरकार पेंशन विरोधी है।
खुझौली में दंगल का आयोजन सर्वश्री चंद्रशेखर यादव, अमरीश पुश्कर विधायक तथा श्रीमती सुशीला सरोज, पूर्व सांसद द्वारा किया गया था इसमें सर्वश्री सुनील सिंह ‘साजन‘ तथा राजेश यादव एमएलसी, अशोक यादव, जिलाध्यक्ष श्रीमती विजयलक्ष्मी ब्लाक प्रमुख, राम स्वरूप यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष, विजय यादव, राम सागर यादव, राशिद अली, अमरपाल सिंह तथा लवकुश यादव की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। मेहताब ने कार्यक्रम का संचालन किया।