Breaking News

मगहर महोत्सव के आयोजन की दशकों पुरानी परंपरा टूटी, अखिलेश सरकार की दी धनराशि हुयी वापस

संतकबीरनगर , महान सूफी संत और ढाई आखर प्रेम को ही दुनिया की सभी समस्याओं का हल बताने तथा धार्मिक और जातीय हिंसा, ऊंच-नीच तथा आडम्बर के ख़िलाफ़ तल्ख़ आवाज़ उठाकर मानवता का संदेश देने वाले संत कबीर का सांप्रदायिक सौहार्द एवं सांस्कृतिक मेला ष्मगहर महोत्सव का आयोजन अधर में लटका है।

अब सभी गरीब परिवारों को एकल और सामूहिक विवाह पर मिलेगा अनुदान, जानिये कितना ?

यूपी सरकार ने वर्ष 2018 के लिये अवकाश सूची जारी की, जानिये कौन छुट्टियां घटाईं कौन बढ़ायीं ?

नाेटबंदी में भाजपा ने कितना कालाधन किया सफेद , कहां खरीदी प्रापर्टी ? कांग्रेस ने किया बड़ा खुलासा..

प्रतिवर्ष 12 से 18 जनवरी तक आयोजित होने वाले ष्मगहर महोत्सव 2018 का आयोजन की अभी तैयारियां शुरू नहीं हुई है। मगहर महोत्सव का आयोजन वर्ष 1987 से अनवरत होता रहा है। वर्ष 2004 में एक राजनीतिक परिस्थिति में मगहर महोत्सव को तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने राज्य सरकार के पर्यटन विभाग से प्रति वर्ष 25 लाख रुपये देने की घोषणा की थी।

भाजपा से परेशान व्यापारी वर्ग को मिला, अखिलेश यादव का साथ

शीतकालीन सत्र के लिये सपा की खास रणनीति, विधानमण्डल दल की बैठक 13 दिसम्बर को

अखिलेश यादव ने बाबा साहेब अम्बेडकर के गुरू को दी विनम्र श्रद्धांजलि, की बड़ी घोषणा

वर्ष 2005 से प्रतिवर्ष यह धनराशि बाद की सरकारों द्वारा दी जा रही थी। वर्ष 2017 के मगहर महोत्सव के आयोजन के लिए भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह राशि आयोजन के लगभग दो माह पूर्व ही महोत्सव प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्षध्जिलाधिकारी के खाते में भेज दिया था लेकिन तत्कालीन जिलाधिकारी ने आसन्न विधानसभा चुनाव के बहाने आयोजन करने में असमर्थता जताई और शासन द्वारा भेजी गई निर्धारित धनराशि से भी अधिक 27 लाख 50 हजार रुपये सरकार को वापस कर दिया।

अजीत डोभाल के पुत्र के पाकिस्तानी कनेक्शन पर, कांग्रेस ने लगाये गंभीर आरोप, भाजपा सकते मे

 मुलायम सिंह यादव ने की बड़ी घोषणा, यहां से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

‘दंगल’ गर्ल जायरा वसीम से फ्लाइट में छेड़छाड़, शिकायत करने के बावजूद नही मिली मदद

इस तरह मगहर महोत्सव की दशकों की परंपरा टूट गई और वर्ष 2017 का आयोजन नहीं हो सका। इस वर्ष होने वाले श्मगहर महोत्सव. 2018 के आयोजन पर भी ग्रहण लग गया है क्योंकि अब तक इसकी तैयारियों को लेकर कोई पहल नहीं हो सकी है।
जिला प्रशासन भी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है। वहींए दूसरी तरफ कबीर पंथियों, महोत्सव समिति से जुड़े लोगों तथा आम जनमानस में इसको लेकर काफी रोष व्याप्त है।

लालू प्रसाद यादव ने खोला राज, बताया- कौन 5 साल जनता को अप्रैल फूल बनाता है ?

अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ते हुये नजर आ रहे प्रधानमंत्री मोदी- मायावती

बौद्ध विरासत का संरक्षण केन्द्र बनें लुंबिनी- नेपाल

हार्दिक पटेल ने किया बड़ा खुलासा, कहा – गुजरात में विकास के साथ-साथ कुछ और भी है लापता ?

समाजवादियों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के गृह जनपद मे किया छात्र संघ पर कब्जा, सुदर्शन यादव अध्यक्ष

भाजपा को जोरदार झटका, मोदी सरकार की नीतियों से नाराज सांसद का लोकसभा इस्तीफा

दबंगई करने पर मायावती की सख्त कार्यवाही, बसपा सांसद के बेटों को भी नही बख्शा

नीच कहना मुगल मानसिकता तो दलितों- मुसलमानों को पिल्ला कहना, कौन सी मानसिकता ? – अशोक यादव

जो घर को साफ नहीं कर सकता, वह देश की सफाई की बात कैसे कर रहा-अखिलेश यादव

 शिवपाल यादव का आरोप, सहकारी समितियों का गला घोंट रही यूपी सरकार