योगी सरकार ने अधिकारियों की भ्रमण अवधि के दिन निर्धारित किये, करेंगे गांवों मे रात्रि निवास
December 28, 2017
लखनऊ, उत्तर प्रदेश शासन ने राजस्व प्रशासन के अधिकारियों को आम जनता में शासन और प्रशासन के प्रति विश्वसनीयता और बेहतर संवाद बनाए रखने के उद्देश्य से शीतकालीन भ्रमण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस भ्रमण के दौरान विकास योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति का सघन निरीक्षण किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख सचिव राजस्व डा0 रजनीश दुबे ने राज्य के सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को परिपत्र भेजकर निर्देशित किया है कि शीतकालीन भ्रमण के दौरान राजस्व एवं कानून व्यवस्था के साथ विकास कार्यों का स्थलीय अवलोकन किया जाए। उन्होंने कहा कि शासन के संज्ञान में यह तथ्य आया है कि विविध कार्यों की व्यस्तता के कारण राजस्व प्रशासन अपने मूल दायित्वों का सम्यक निर्वहन नहीं कर रहें हैं। राजस्व अभिलेखों के रख-रखाव में लापरवाही/अनियमितता से न सिर्फ कानून व्यवस्था की स्थिति प्रभावित होती है, बल्कि विकास कार्यों में भी अवरोध उत्पन्न होता है।
प्रमुख सचिव ने मण्डलायुक्तों/जिलाधिकारियों से कहा है कि वे भ्रमण कार्यक्रम इस प्रकार बनाए कि आंतरिक सुदूरवर्ती क्षेत्रों में गत वर्षों के शीतकालीन भ्रमण के दौरान यदि किसी स्तर पर कोई भ्रमण न हुआ हो तो इस वर्ष वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इन क्षेत्रों का भ्रमण अवश्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सामान्य रुप से जिलाधिकारियों के शीतकालीन भ्रमण के लिए 60 दिन की अवधि निर्धारित है।
यदि अपरिहार्य कारणों से जिलाधिकारी स्वयं निर्धारित अवधि तक भ्रमण नहीं कर पाते हैं, तो वेे 45 दिन का भ्रमण तथा रात्रि निवास अवश्य करेंगे तथा शेष 15 दिन का भ्रमण कार्य एवं रात्रि निवास अपर जिलाधिकारी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी तथा तहसीलदार के दौरे की अवधि 45 दिन तथा नायब तहसीलदार के दौरे की अवधि 60 दिन की होगी।
डा0 दुबे ने कहा कि सम्पूर्ण जनपद के ग्रामों की पड़ताल सुनिश्चित करने के लिए नायब तहसीलदार से लेकर जिलाधिकारी स्तर तक के अधिकारियों के निरीक्षण रोस्टर के अनुसार जिन परगना/हल्कांे/ग्रामों का निरीक्षण विगत तीन सालों से नहीं हुआ है, उनका निरीक्षण उपजिलाधिकारी/तहसीलदार/नायब तहसीलदार द्वारा इस वर्ष अवश्य किया जाए। इस वर्ष शीतकालीन भ्रमण 15 मार्च तक अवश्य पूर्ण किए जाएंगे।
प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विकास कार्यक्रमों एवं गुणवत्ता का स्थलीय निरीक्षण राजस्व अभिलेखों की सत्यता एवं उनके उचित रख-रखाव की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारी अवश्य देखें। उन्होंने कहा कि मण्डलायुक्त/जिलाधिकारी सप्ताह में कम से कम एक रात्रि का निवास ग्रामीण क्षेत्रों में अवश्य करेंगे। मण्डलायुक्त रात्रि निवास अलग-अलग जिलों में करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि रात्रि निवास का विवरण जिलाधिकारी द्वारा मण्डलायुक्त को प्रत्येक माह की समाप्ति पर प्रेषित करना होगा। मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी के भ्रमण कार्यक्रम का विवरण अपने भ्रमण कार्यक्रम के साथ प्रमुख सचिव एवं मुख्य सचिव को उपलब्ध करायेंगे।