मायावती ने पुणे हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, हिंसा के पीछे बीजेपी और आरएसएस का हाथ है. दलितों की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए. ये जो घटना घटी है रोकी जा सकती थी. सरकार को वहां सुरक्षा का उचित प्रबंध करना चाहिए था. मायावती ने साथ ही कहा, बीजेपी और आरएसएस के लोग नहीं चाहते कि दलित अपने इतिहास को याद रखें.
वहां बीजेपी की सरकार है और उन्होंने हिंसा कराई. लगता है इसके पीछे बीजेपी, आरएसएस और जातिवादी ताकतों का हाथ है. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हिंसा को लेकर आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए आरएसएस और बीजेपी का फासीवादी दृष्टिकोण ही यही है कि दलितों को भारतीय समाज में निम्न स्तर पर ही बने रहना चाहिए.