अखिलेश यादव ने छात्रसंघों के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को किया सम्मानित, बोले-उत्पीड़न के विरूद्ध संघर्ष करें
January 13, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कालेजों के छात्रसंघों के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को सम्मानित करते हुये उनसे उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज बुलन्द करने का आव्हान किया।
अखिलेश यादव ने अपने सम्बोधन में युवा शक्ति का आव्हान किया कि वह जाति-धर्म के नाम पर बहकाने वाली ताकतों के खिलाफ और शिक्षा, रोजगार के लिए संघर्ष के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा भाजपा भ्रमित करने में माहिर है। वह नई टेक्नोलाजी का भी दुरूपयोग कर रही है। हमें सूचना माध्यमों के द्वारा भ्रांति फैलाने वाली हरकतों से भी सावधान और सतर्क रहना होगा। भाजपाई बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाना चाहते है।
बैठक में आए छात्रसंघ पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में युवापीढ़ी के हित में संघर्ष किया जाएगा। भाजपा युवाओं का उत्पीड़न कर रही है। समाजवादी पार्टी के मुख्यालय, लखनऊ में उपस्थित सैकड़ो छात्र प्रतिनिधियों के बीच अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी नौजवानों की पार्टी है। चुनाव के दौर में नौजवानों को प्रत्याशी बनाया गया। नौजवानों को आगे लाने में समाजवादी कभी पीछे नहीं रहे हैं। उन्होंने छात्रसंघ चुनावों में पुलिस -प्रशासन की दखलंदाजी का जिक्र करते हुए कहा कि कई छात्रनेताओं पर तो झूठे मुकदमें भी लगा दिए गए है। फिर भी नौजवानों ने उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज बुलन्द की है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा देश को गलत दिशा में ले जाने वाली पार्टी है। जिस तेजी से बाजार बदल रहा है उस तेजी से हम इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं। जीएसटी और एफडीआई से देश के सामने संकट पैदा हो गया है। चीन बाजार पर कब्जा कर रहा है। भाजपा का स्वदेशी आंदोलन कहीं नहीं रह गया है। स्वदेशी का नारा देने वाले अब विदेशी पूंजी निवेश 100 प्रतिशत करने जा रहे है। पहले यही उसका विरोध करते थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में 18 लाख छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप बांटे गए। शिक्षामित्रों और पुलिस कर्मियों की बड़े पैमाने पर भर्तियां हुई। इसमें जाति-धर्म का कोई भेदभाव नहीं हुआ। भाजपा राज में नौजवानों को नौकरी नहीं मिली। भाजपा वालों की भटकाने वाली साजिशों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के चुनाव में मूंगफली और कपास के किसान फसल का उचित मूल्य मांग रहे थे। वहां भी किसानों की सुनने वाला कोई नही।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। रोजाना बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। प्रधानमंत्री नोटबंदी से भ्रष्टाचार मिटा रहे थे, वह तो मिटा नहीं। अब उन्हें फिर से नोटबंदी कर देनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी विकास के नाम पर रंग बदल रहे हैं। समाजवादी पार्टी के समय यूपी डायल 100 नम्बर की व्यवस्था अपराध नियंत्रण के लिए हुई थी। वह अब चैपट है। भाजपा राज के 10 माह में जनहित का कोई काम नहीं हुआ हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में स्लाटर हाउस बंद नहीं हुए। उल्टे मांस का निर्यात बढ़ गया है। गंगा साफ नहीं हुई। जबकि गोमती की सफाई के साथ रिवरफ्रंट बना है। भाजपा राज में एक यूनिट बिजली बनी नहीं, उसके रेट जरूर बढ़ा दिए गए है। विकास का रास्ता समाजवादी पार्टी का था। समाजवादी सरकार में 23 माह में 326 किलोमीटर की आगरा -लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनी। लखनऊ में मेट्रो चली। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनाने की योजना थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवानों के लिए हमें भी सोचना होगा कि हम आने वाली पीढ़ी को क्या देकर जा रहे है? आने वाला समय बहुत संघर्ष और तकनीक का है। इसके लिए अभी से तैयारी करनी होगी। नौजवानों को बुनियादी समस्याओं के विरूद्ध मोर्चा लेना होगा। अंत में पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नौजवान देश में हो रहे घटनाचक्र पर निगाह रखें। भाजपाई जेब में ‘ओपियम‘ की पुड़िया लेकर चलते हैं। जब चाहते हैं ध्यान बंटा देते है। वे जो कहते है करते नहीं और जो करते हैं वह कहते नही। हमारे सैफई महोत्सव की आलोचना करने वाले गोरखपुर में महोत्सव कर रहे हैं जो उससे फीका है। आश्यर्च की बात है कि इस महोत्सव के पीछे ईवीएम मशीनों की मरम्मत भी चल रही है जबकि गोरखपुर में ही उपचुनाव होने है।
इस अवसर पर स्वामी ओमवेश जी, विधानसभा में नेता विरोधी दल श्री रामगोविन्द चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल, पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री राजेंद्र चौधरी एवं श्री शैलेंद्र यादव ललई, एमएलसीगण सर्वश्री अरविन्द्र कुमार सिंह, संजय लाठर, सुनील यादव साजन, डाॅ0 राजपाल कश्यप, आनन्द भदौरिया, अतुल प्रधान, यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष मो0 एबाद, छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।