मुंबई, बीजेपी नीत एनडीए की सबसे पुरानी साझेदार रही शिवसेना ने बीजेपी तगड़ा झटका दिया है।शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव बीजेपी से अलग लड़ने का फैसला किया गया है।
शिवसेना ने कहा कि उसने गठबंधन बनाए रखने के लिए हमेशा ही समझौता किया, लेकिन बीजेपी ने शिवसेना को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शिवसेना अब गरिमा के साथ चल सकेगी।’ पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी 2019 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग लड़ेगी। उन्होने कहा कि वह लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
शिवसेना और बीजेपी में राज्य और केंद्र स्तर पर संबंधों में लंबे समय से तनाव चल रहा है।महाराष्ट्र सरकार में भी शिवसेना और बीजेपी के बीच तकरार चल रही थी। दोनों पार्टी के नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी कर रहे थे। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कुछ दिन पहले ही धमकी दी थी कि अगर जरूरत हुई तो उनकी पार्टी एनडीए से अलग भी हो जाएगी।
2014 में पिछला विधानसभा चुनाव भी सीटों के बंटवारे पर पेच फंसने के कारण बीजेपी और शिवसेना ने अलग ही लड़ा था। इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और शिवसेना ने चुनाव बाद बीजेपी से गठबंधन कर सरकार बनाई थी।शिवसेना करीब दो दशक से एनडीए की अहम सहयोगी रही है।