अगरतला, भाजपा नेता विप्लव कुमार देव ने आज त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वाम मोर्चा के25 साल के शासन का अंत कर पहली बार भाजपा त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज हुई है। राज्यपाल तथागत रॉय ने असम राइफल्स ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में देव को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की। भाजपा नेता जिश्नु देव बर्मन को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
जिश्नु अभी विधायक नहीं चुने गए हैं, क्योंकि उनके विधानसभा क्षेत्र चरिलाम में माकपा उम्मीदवार के निधन की वजह से मतदान टल गया था। इस सीट पर चुनाव12 मार्च को कराया जाएगा। भाजपा के पांच और उसकी गठबंधन सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के अध्यक्ष एन सी देवबर्मन सहित दो सदस्यों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। रतन लाल नाथ, सुदीप रॉय बर्मन, प्रणजीत सिंघा रॉय, मनोज कांति देव और सरकार में शामिल एकमात्र महिला मंत्री सांतना चकमा भाजपा से हैं जबकि एन सी देवबर्मन और मेवार कुमार जमातिया आईपीएफटी से हैं। देवबर्मन आईपीएफटी के अध्यक्ष और जमातिया महासचिव हैं।
भाजपा महासचिव राम माधव ने बताया, ‘‘इस विशाल कार्यक्रम के लिए100 फुट लंबा मंच बनवाया गया। हमारे लिए यह बड़ा दिन है, क्योंकि यह राज्य में राजनीतिक बदलाव की शुरूआत है। मोदीजी के विकास कार्यों से यह जीत संभव हुई है और उससे हमारे कार्यकर्ता त्रिपुरा में बदलाव की खातिर काम करने के लिए प्रेरित हुए।’’ त्रिपुरा की60 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन को दो-तिहाई बहुमत हासिल हुआ है। जिन59 सीटों पर मतदान हुए उनमें भाजपा को35 जबकि आईपीएफटी को आठ सीटें मिली। 48 साल के विप्लव कुमार देव ने छह मार्च को राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे विप्लव को राज्य में भाजपा का प्रभाव कायम करने का श्रेय दिया जाता है।