लखनऊ, यूपी मे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर झूठ का पर्दाफाश करने का अभियान चला रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दिन के यूपी दौरे मे अखिलेश यादव ने उनके दो झूठ पकड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और गन्ना किसानों के भुगतान के बारे में झूठ बोला। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तुरंत उनके झूठ को पकड़ा और उसका जवाब भी दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। बाद में अपने भाषण में इसका जिक्र करते हुए कहा उन्होने कहा कि भारत में एम्स को एक मानदण्ड माना गया है। क्या एम्स सिर्फ दिल्ली वालों के लिये ही होना चाहिये, मेरे उत्तर प्रदेश के बीमार भाइयों और बहनों को एम्स मिलना चाहिये या नहीं। यहां एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा धन से 750 बिस्तर वाला एम्स बनेगा। मोदी ने अपने भाषण में एम्स बनने को केंद्र की उपलब्धि के तौर पर पेश किया और सारा क्रेडिट खुद ले लिया। प्रदेश सरकार के योगदान का तो जिक्र ही नही किया। अखिलेश भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस बारे में जानकारी दी। अखिलेश यादव ने फेसबुक पर पोस्ट करके बताया कि इस एम्स के लिए उनकी सरकार ने ही मुफ्त में जमीन दी है। अखिलेश ने लिखा कि आज गोरखपुर में हमने एम्स के लिए मुफ्त जमीन दी। रायबरेली के एम्स के लिए भी यूपी सरकार ने ही मुफ्त में जमीन दी है।’ जानकार मानते हैं कि अखिलेश इस पोस्ट के जरिए मोदी को जवाब दे रहे थे।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री को इतने पर ही नही बख्शा। उन्होने प्रधानमंत्री के दूसरे झूठ को भी सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गन्ना किसानों के भुगतान के बारे में गलत जानकारी दी। वे बताएं उनके हिसाब से केवल 175 करोड़ रुपए कैसे बकाया है? उन्होने बताया कि हमारे हिसाब से गन्ना किसानों का 3000 हजार करोड़ रुपए बकाया है। मुख्यमंत्री शनिवार को अपने सरकारी आवास पांच पर शिक्षकों, वैज्ञानिकों व संस्कृत विद्वानों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे।