बसपा के बाद अखिलेश ने एक और भरोसेमंद दल की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ
March 19, 2018
लखनऊ , उत्तर प्रदेश उपचुनाव में बहुजन समाजपार्टी के साथ हाथ मिलाने के बाद समाजवादी पार्टी ने अब एक और भरोसेमंद दल की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया हैं. गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजपार्टी के गठबंधन से मिली हार बीजेपी के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है. अखिलेश यादव बीजेपी से लड़ने के लिए उनके खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं.
समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय जनता दल की तरफ सहयोग का हाथ बढ़ाया है.सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा उपाध्यक्ष किरणमय नंदा को निर्देश दिया है कि वो राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से रांची में मुलाकात करने को कहा है. अखिलेश के इस कदम से माना जा रहा है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव पर उनकी तैयारी शुरू हो गई है. ताकि 2019 में लोकसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबला किया जा सके.
किरणमय नंदा ने एक अखबार को बताया, ‘हमने पहले ही जेल अधिकारियों से मुलाकात की इजाजत ले ली है. लालूजी से मिलने के बाद मैं तेजस्वी से भी मुलाकात करूंगा. समाजवादी पार्टी को हमेशा लालू के सहयोग का दावा करते हुए उन्होंने कहा, ‘लालूजी किसी भी चुनावी लाभ को परे रखते हुए हमेशा एसपी के साथ खड़े रहे हैं और वह पहले भी पार्टी के कार्यक्रमों में शिरकत करते रहे हैं.
मैं अखिलेश यादव की तरफ से उनके लिए विपक्षी एकता का संदेश लेकर जा रहा हूं. किरणमय नंदा ने कहा, ‘केंद्र की बीजेपी सरकार ने जनता को बेवकूफ बनाया है. 2014 के चुनाव से पहले उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने और युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था जिसे वह पूरा नहीं कर सके. अब समय आ गया है कि विपक्षी दल एक हो जाएं.
किरणमोय नंदा की लालू यादव से यह मीटिंग 24 मार्च को होगी. यह मीटिंग या तो राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में होगी, जहां लालू को सीने में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती किया गया है या फिर रांची की बिरसा मुंडा जेल में होगी.