संविदा नियुक्तियों में आरक्षण पर अखिलेश यादव का बड़ा बयान
March 27, 2018
लखनऊ , समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार नारों से युवाओं को बहका रही है। उसे युवाओं की रोजी-रोटी की चिंता तनिक भी नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि दो करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा करके सत्ता में आई केंद्र की भाजपा सरकार ने केवल नौजवानों और छात्रों को गुमराह किया है। कहा कि उत्तर प्रदेश में पीएचडी-एम फिल कोर्स में अनुसूचित जाति/जनजाति का विभागीय कोटा समाप्त कर दिया गया है। छात्र-छात्राओं को समय से स्कालरशिप न मिलने की शिकायतें हैं। सरकारी भर्तियों और संविदा नियुक्तियों में आरक्षण का कोई पालन नहीं किया जा रहा है।
सपा अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार का रवैया नौजवानों के प्रति दुर्भावनापूर्ण है। युवाओं को सिर्फ मुद्रा, स्टार्टअप, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया आदि नारों से बहकाया जा रहा है। सोचने की बात है कि राज्य सरकार 15 लाख छात्रों को हाईस्कूल व इंटर बोर्ड की परीक्षा से वंचित करना अपनी उपलब्धि मानती है। एसएससी बोर्ड की परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर छात्र आंदोलित हैं।
भाजपा सरकार चाहती है कि ज्यादातर लोग रोटी-रोजगार से वंचित रहे। लखनऊ में पिछले दिनों टेट-2011 की भर्तियां खोलने के लिए युवाओं ने प्रदर्शन किया और लाठियां खाईं। समाजवादी सरकार ने जो भर्तियां शुरू की थीं, भाजपा ने सत्ता में आते ही उन्हे रोक दिया।अखिलेश ने कहा कि छात्रों-नौजवानों को रोजगार देने की दिशा में वर्तमान केंद्र सरकार का रवैया बेहद निराशा जनक और नकारात्मक है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में भी बेरोजगारों को लेकर सरकार का रवैया पूरी तरह संवेदन शून्य तथा उपेक्षापूर्ण बना हुआ है।