मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शेर पर, अखिलेश यादव का सवा शेर
March 30, 2018
मैनपुरी, उत्तर प्रदेश विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एसपी-बीएसपी गठबंधन को लेकर की गई पिंजड़े के शेर वाली टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवा शेर रख दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि शेर चाहे कितना भी भूखा हो, वह शेर ही रहता है। विधान परिषद में अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती के परस्पर सहयोग से लोकसभा उपचुनाव मे दो सीटों पर हुयी जीत पर पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि कुछ लोग आजकल सर्कस के शेर हो गए हैं। सर्कस का शेर शिकार करने में असमर्थ होता है, इसलिए दूसरों की जूठन पर ही अपनी पीठ थपथपाता और गौरवान्वित होने की कोशिश करता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘अब यह जरूरी हो गया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संविधान की कुछ पंक्तियां पढ़ लें।’ उन्होंने कहा, ‘अगर योगीजी संविधान पढ़ लेंगे तो वह सदन में यह भी नहीं कहेंगे कि शेर भूखा है, वह दूसरे का खाना खाता है। शेर कितना भी भूखा हो, वह शेर ही रहता है।
इससे पूर्व बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में चर्चा के दौरान समाजवाद को ‘धोखा‘ और ‘मृगतृष्णा‘ बताते हुए उसे फासीवाद और नाजीवाद से जोड़ा था। इसके बाद,समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर पलटवार में किए ट्वीट में कहा था कि ‘संविधान की उद्देशिका में ‘समाजवादी’ शब्द संविधान की मूल भावना के रूप में दर्ज है। मुख्यमंत्री का समाजवाद को ‘झूठा, समाप्त और धोखा’ कहना संविधान की अवमानना का गम्भीर मुद्दा है, इसके लिये उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिये और एक सच्चे योगी की तरह पद त्याग देना चाहिए।’