नही बर्दाश्त हुआ एक दलित का घोड़ा रखना, कर दी हत्या
March 31, 2018
गांधीनगर, देश मे दलितों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। यह बीमार मानसिकता का प्रमाण है कि एक दलित का घोड़ा रखना बर्दाश्त नही हुआ और महज इतनी सी बात पर उसकी हत्या कर दी गई।
घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के गृह राज्य गुजरात की है। गुजरात के भाव नगर मे अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि जहां एक दलित के पास घोड़ा था, इसलिए उसे मार दिया गया। भावनगर में दबंगों ने दलित युवक की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने शौकिया तौर पर घोड़ा पाल रखा था। दलित युवक का घोड़ा पालना दबंगों को खराब लगा और सरेआम उसकी धारदार हथियार से हत्या कर दी।
घटना भावनगर से 60 किलोमीटर दूर टींबी गांव की है। यहीं के निवासी दलित युवक प्रदीप राठौड़ को घोड़ा पालने का शौक था और वो घुड़सवारी भी करता था। गुरूवार (29 मार्च) शाम जब वो अपने घोड़े से जा रहा था तभी गांव के दबंगों ने उसे रोका। इस दौरान सभी में कहा सुनी हुई और दबंगों ने धारदार हथियार से प्रदीप पर हमला कर दिया। दबंगों ने प्रदीप पर कई हमले किए। घटना स्थल पर ही प्रदीप की मौत हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शव को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उमराला तहसील के टिंबी गांव में इस घटना के बाद तनाव व्याप्त है। सूत्रों के अनुसार, प्रदीप के पिता कालू राठौड़ ने 30 हजार रुपए का घोड़ा खरीद कर दिया था। किसानी खेती कर अपनी आजीविका चलाने वाले कालू के बेटे प्रदीप का घोड़ा रखना दबंगों को पसंद नहीं आया। वो लगातार धमकी दे रहे थे कि कालू और प्रदीप घोड़े बेच दे।
कालुभाई ने पुलिस को बताया, “प्रदीप गुरुवार को खेत यह कहकर गया था कि वह वापस आकर साथ में खाना खाएगा। जब वह देर तक नहीं आया, हमें चिंता हुई और उसे खोजने लगे। हमने उसे खेत की ओर जाने वाली सड़क के पास मृत पाया। कुछ ही दूरी पर घोड़ा भी मरा हुआ पाया गया।” गांव की आबादी लगभग 3000 है और इसमें से दलितों की आबादी लगभग 10 प्रतिशत है।
गांव के दबंगों का कहना था कि कैसे कोई दलित घोड़ा रख सकता है।प्रदीप के पिता कालू ने कहा धमकियों के कारण उन्होंने घोड़ा बेचने का पूरा मन बना लिया था लेकिन बेटे की जिद के आगे उनकी नहीं चली। कालू ने कहा कि उन्हें लग रहा था कि मामला सुलझ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रदीप 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद खेती में अपने पिता की मदद करता था।