श्रीनगर, मोदी सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाही पर जो आंकड़े प्रस्तुत किये गयें हैं, उन्हे लेकर नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने तगड़ी झाड़ लगायी है। उन्होने साफ कहा कि मोदी सरकार को आंकड़ों को लेकर शर्म आनी चाहिए, सरकार को इसे उपलब्धि नहीं बताना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के केन्द्र में सत्ता में आने के बाद जम्मू कश्मीर में अधिक आतंकवादियों के मारे जाने के केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद के इस दावे पर प्रतिक्रिया करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि वास्तव में यह दर्शाता है कि किस तरह भाजपा सरकार ने राज्य में आतंकवाद और हिंसा को उभरने दिया और सुरक्षा बलों को अधिक आंतकवादियों को मारने के लिए मजबूर होना पड़ा।
केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा था कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी सरकार के सत्ता में आने के बाद सुरक्षा बलों ने अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में 2012 में 72, 2013 में 67, 2014 में 110, 2015 में 108, 2016 में 150 , 2017 में 217 और 2018 में अब तक 75 आतंकवादी सुरक्षाबलाें की कार्रवाई में मारे गए हैं। रविशंकर प्रसाद का कहना है कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि राज्य में आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन और राजग के कार्यकाल में कितने प्रयास किए गए हैं।
अब्दुल्ला ने टवीट् करते हुए कहा कि इन आंकड़ों को लेकर रविशंकर प्रसाद को शर्म आनी चाहिए और सरकार को इसे उपलब्धि नहीं बताना चाहिए। उन्होंने कहा “ वास्तव में मंत्री महोदय यह कहानी बताना चाहते हैं कि किस तरह उनकी सरकार ने राज्य में अातंकवाद और हिंसा का दोबारा उभरने दिया और इसकी वजह से सुरक्षा बलों को अधिक आतंकवादियों को मारने के लिए मजबूर होना पड़ा। इन आंकड़ाें को लेकर आपको शर्म आनी चाहिए और इसे उपलब्धि नहीे बताया जाना चाहिए।”