अयोध्या, भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर मुद्दे को लोकसभा चुनाव से न जोड़ें क्योंकि मंदिर निर्माण का होना तो निश्चित ही है।
उमा भारती ने रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के 80वें जन्म महोत्सव में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राम मंदिर निर्माण को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में स्थित विवादित रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन.पूजन तो हो ही रहा है अब केवल इसे भव्यता देनी है और वह अब किसी भी समय हो सकता है।
उन्होंने कहा कि न्यायालय भी प्रमाणित कर चुका है कि यहां रामजन्मभूमि का स्थान है और केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने भी रामभक्तों की आस्था को माना है इसलिये मंदिर का निर्माण होना तो निश्चित ही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 2019 के पहले राम मंदिर बने कोई ऐसा दबाव नहीं डालूंगी चाहे अभी बन जाये या बाद में। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आने वाली पीढिय़ों के लिये अमूल्य धरोहर होगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिये अदालत आपसी बातचीत या संविधान में संशोधन के ही तीन प्रमुख रास्ते हैं। इन तीनों रास्तों में से भव्य मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मंदिर निर्माण के लिये धैर्य रखने की बात पर उमाभारती ने कहा कि मैं किसी कीमत पर धैर्य धारण नहीं करुंगी। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण हो जाये। उन्होंने कहा कि सत्ता तो आती जाती रहती है। वैसे तो योगी और केन्द्र में मोदी सरकार पूर्ण बहुमत में है। ऐसे में करोड़ों हिन्दुओं को यह भरोसा है कि अयोध्या में स्थित विवादित रामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो जाये।