मायावती को मिला इस राज्य में मजबूत नेता,चुनाव में हो सकता है चमत्कार
July 5, 2018
नई दिल्ली, बहुजन समाजपार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को इस राज्य में एक मजबूत नेता का साथ मिल गया है जिससे कि अब आगामी चुनाव में चमत्कार हो सकता है.
कांग्रेस और बसपा के बीच गठजोड़ की अटकलों पर विराम लगने के बाद एक नए समीकरण के संकेत मिले. दिल्ली में मायावती ने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी से मुलाकात कर गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा की. दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे बातचीत हुई. इस दौरान विधायक अमित जोगी भी मौजूद थे. माना जा रहा है दोनों पार्टियों के बीच 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के आम चुनाव को लेकर चर्चा हुई.
बसपा के पूर्व अध्यक्ष स्व. कांशीराम से अजीत जोगी के गहरे रिश्ते रहे हैं. जोगी की मायावती से भी निकटता रही है. जोगी की प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग में खासी पैठ है वहीं यह वर्ग बसपा का भी बड़ा वोट बैंक रहा है. पिछले चारों ही विधानसभाओं में बसपा के एक-दो विधायक चुनकर सामने आते ही रहते हैं. इस बार बसपा की तरफ से कांग्रेस के साथ गठबंधन की चर्चाएं हो रही थी. लेकिन जोगी और मायावती की इस मुलाकात से सियासी गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है.
सूत्रों के मुताबिक बीते कुछ महीने से महागठबंधन को लेकर मायावती ने सक्रियता बढ़ाई है. इसके वे विभिन्न दलों के राजनेताओं से मुलाकात कर रही हैं. हालांकि बसपा ने छत्तीसगढ़ में गठबंधन को लेकर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात को लेकर गठबंधन के कयास भी लग रहे हैं.पार्टी सूत्रों के मुताबिक गठबंधन को लेकर किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगा. क्योंकि अभी तक बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रभारियों से इस बारे में कोई रिपोर्ट नहीं मांगी है. वैसे भी इसको लेकर अंतिम फैसला मायावती को ही करना है. बसपा के प्रदेश प्रभारी एमएल भारती ने इस तरह की मुलाकात की जानकारी नहीं है.