कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को उखाड़ फेंकने का आज आह्वान किया और भाजपा पर आरोप लगाया कि वह ‘‘लिंचिंग, घृणा और हिंसा’’ का माहौल निर्मित करने का प्रयास कर रही है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी की यह टिप्पणी राजस्थान के अलवर जिले में कल रात अकबर खान नाम के एक व्यक्ति की गौतस्कर होने के संदेह में लोगों के एक समूह द्वारा पीट पीटकर हत्या करने के बाद आयी है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पार्टी की वार्षिक शहीद दिवस रैली में कहा, ‘‘भाजपा तालिबानियों, लिंचिंग, घृणा और हिंसा का एक माहौल निर्मित करने का प्रयास कर रही है। हमें हिंदुत्व की उनकी अवधारणा में विश्वास नहीं है। वर्तमान में जो देश पर शासन कर रहे हैं उनके हाथों पर खून के धब्बे हैं।’’ उन्होंने ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘प्रतिदिन लोगों को पीट पीटकर मारा जा रहा है। आज भी एक व्यक्ति को पीट पीटकर मार डाला गया। उन्होंने (भाजपा) धार्मिक आतंकवाद शुरू किया है। राज्यों को पीट पीटकर हत्या करने में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कदम उठाने का उपदेश देने से पहले उन्हें अपने नेताओं को अच्छे व्यवहार के लिए कहना चाहिए।’’
बनर्जी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर जीत हासिल करेगी और भाजपा की सीटों की संख्या कम होकर 150 पर आ जाएगी। उन्होंने मिदनापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में पंडाल गिरने को लेकर भी भाजपा पर कटाक्ष किया और कहा, ‘‘वे एक पंडाल तक नहीं बना सकते। वे देश का निर्माण कैसे करेंगे?’’
एक संघीय मोर्चे का विचार देने वाली बनर्जी ने कहा कि वह बंगाल में आगामी जनवरी में विपक्षी दलों की एक बड़ी रैली करेंगी जिसमें अगले लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सत्तारूढ़ होने के लिए चुनावी बिगुल फूंका जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमें (तृणमूल कांग्रेस को) कुर्सी की परवाह नहीं है। हमें केवल देश के लोगों की परवाह है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 42 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। यह हमारा संकल्प है। देश को बचाने के लिए भाजपा को बाहर करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि बंगाल अगले आम चुनाव के बाद देश को रास्ता दिखाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘कल लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान राजग सरकार की बड़े अंतर से जीत का श्रेय अन्नाद्रमुक को देते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी ताकत घटकर 150 सीटें रह जाएगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भाजपा की लोकसभा सीटें कम होंगी। बनर्जी ने नोटबंदी को देश का ‘‘सबसे बड़ा घोटाला’’ बताया और कहा कि उनकी पार्टी को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय का भय नहीं है जिसका ‘‘इस्तेमाल केंद्र द्वारा बार बार राजनीतिक बदला लेने के लिए किया गया है।’’
उन्होंने भाजपा पर हमला जारी रखते हुए कहा, ‘‘वे (मोदी) 2024 की बात कर रहे हैं। पहले उन्हें 2019 पार करने दीजिये। भाजपा के खिलाफ हमारा राजनीतिक संघर्ष जारी रहेगा।’’ इस रैली में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य चंदन मित्रा बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। मित्रा के साथ ही कांग्रेस के चार विधायक और माकपा के पूर्व सांसद मोइनुल हसन भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। मित्रा ने कुछ दिन पहले भाजपा से इस्तीफा दिया था। तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों में समर मुखर्जी, अबु ताहिर, सबीना यासमीन और अखरूज्जमान शामिल थे।
बनर्जी ने कांग्रेस, भाजपा और माकपा पर बंगाल में उनकी पार्टी के खिलाफ हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से अपना रूख स्वष्ट करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में वे (कांग्रेस) भाजपा का विरोध करने के लिए हमारा समर्थन मांगते हैं लेकिन यहां वे हमारा विरोध कर रहे हैं। उन्हें दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए।’’