जब इतनी सी दूरी तय करने में लगा दिये 4 साल,कैसे चलेगी बुलट ट्रेन
July 27, 2018
गोरखपुर, भारतीय रेल की लेट लतीफी तो जग जाहिर है, लेकिन रेलवे का एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है जिससे रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरान और परेशान हैं. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रेलवे विभाग का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. मालगाड़ी के एक वैगन को विशाखापटनम से बस्ती तक 1326 किलोमीटर की दूरी तय करने में 4 साल लग गए और एेसे में केन्द्र सरकार बुलट ट्रेन चलाने की बात कर रही.
नवंबर 2014 में चला यह वैगन कल बस्ती रेलवे स्टेशन पहुंचा. जब वैगन को चेक किया गया तो पता चला की 2014 में यह वैगन विशाखापटनम से बुक किया गया था. 4 साल बाद वैगन के पहुंचने पर रेल अधिकारी आश्चर्य चकित हो गए. इंडियन पोटास कंपनी ने खाद लदा वैगन नम्बर 107462 विशाखापटनम पोर्ट से मेसर्स रामचन्द्र गुप्ता बस्ती की दुकान के लिए बुक किया था. वैगन बुक करने के बाद जब कई महीना बीत गया और खाद नहीं पहुंचा तो रेलवे को दर्जनों पत्र लिखा गया. बावजूद इसके 4 साल में रेलवे लापता वैगन का पता नहीं लगा सका. 4 साल से खाद लदा वैगन पूरे देश में इधर से उधर घूमता रहा. सैकड़ों स्टेशनों से गुजरने के वादजूद रेलवे को इसकी भनक तक नहीं लगी. 4 साल तक लाखों की खाद वैगन में इधर से उधर घूमती रही. रेलवे के मुताबिक 8 से 10 लाख रुपए की खाद का नुकसान हुआ है.
फिलहाल खाद को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर उतार दिया गया है. खाद खराब होने की वजह से दुकानदार ने उसे लेने से मना कर दिया है. खाद के मालिक मनोज कुमार गुप्ता का कहना है कि रेलवे की बड़ी गलती है. जो रैक 2014 में बुक कराई गई, वह 4 साल बाद अब आ रही है. वैगन के मिसिंग होने पर रेलवे को रिमाइंडर दिया गया था.बावजूद इसके रेलवे 4 साल तक वैगन का पता नहीं लगा पाई और अब चार साल बाद वैगन विशाखापटनम से चल कर बस्ती पहुंचा है. मनोज का कहना है कि अब अससेस्मेंट बेसिस पर रेलवे से माल की भरपाई ली जाएगी.