दलित महिला विधायक के मंदिर में प्रवेश करने पर, गंगाजल से धुलवाकर मंदिर का हुआ शुद्धिकरण,
July 30, 2018
लखनऊ, मानसिक रूप से बीमार लोगों ने एक बार फिर भेदभाव की घटना को अंजाम दे दिया। एक दलित महिला विधायक के मंदिर में प्रवेश करने पर, मंदिर और मूर्ति को गंगाजल से धुलवाकर, मंदिर का शुद्धिकरण किया गया। यह घटना यूपी के हमीरपुर जिले की है।
यूपी के हमीरपुर जिले के विकासखंड राठ के मुस्करा खुर्द गांव में धूम्र ऋषि का आश्रम है। धूम्र ऋषि के आश्रम जहां, उनकी प्रतिमा लगी हुई है। घटना 12 जुलाई की है। राठ विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी विधायक मनीषा अनुरागी एक स्कूल के कार्यक्रम में शामिल होने आई थीं। कार्यक्रम के दौरान उन्होने आश्रम में पहुंचकर धूम्र ऋषि के मंदिर में पूजा-अर्चना की ।
दलित महिला विधायक मनीषा अनुरागी को जब लोगों ने मंदिर प्रांगण में पूजा-अर्चना करते देखा तो लोगों ने बवाल मचा दिया। तुरंत ही पूरे आश्रम व मंदिर को गंगाजल से धुलवाकर पवित्र किया गया। बात यहीं पर समाप्त नही हुयी, लोगों ने चंदा इकट्ठा कर, मंदिर में विराजमान धूम्र ऋषि के स्वरूप को फूलों की पालकी में इलाहाबाद ले जाकर संगम स्नान कराया और फिर मंदिर मे स्थापित किया।
धूम्र ऋषि के आश्रम मे मान्यता के मुताबिक, महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश करने से धूम्र ऋषि कोधित हो जाते हैं। महिलाएं यहां बाहर से ही दर्शन करती हैं। महिला विधायक के मंदिर में जाने से लोग डरे हुए थे इसलिए मंदिर का शुद्धिकरण किया गया।
विडंबना यह है कि सुप्रीम कोर्ट देश के कई मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है, वहीँ उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बीजेपी की एक महिला विधायक के मंदिर में प्रवेश करने पर उसे गंगाजल से धुलवाकर पवित्र कराया जा रहा है। राज्य की योगी सरकार और प्रशासन इस मामले मे फिलहाल चुप्पी साधे है। बेटी बटाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली बीजेपी सरकार बेटी वह भी एक विधायक के साथ भेदभाव पर खामोश है।