राजा भैया ने बनाई नई पार्टी, सवर्ण कार्ड खेलकर बीजेपी की बढ़ाई मुश्किल

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता और प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर नई राजनीतिक पार्टी बनाने की आधिकारिक घोषणा करदी है।

राजा भैया ने कहा कि उन्होंने नई पार्टी बनाने के लिए निर्वाचन आयोग में आवेदन किया है। इस प्रक्रिया में दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा। हमने तीन नामों को सुझाया है, जिनमें जनसत्ता पार्टी, जनसत्ता दल और जनसत्ता लोकतान्त्रिक पार्टी का नाम शामिल है।रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने आधिकारिक घोषणा करते हुए पार्टी के मुद्दों के बारे में बताया।

रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) ने एससी/एसटी एक्ट को लेकर सवाल खड़े किए और कहा कि राजीव गांधी के समय बना एसएसी/एसटी एक्ट को समय के साथ और जटिल बना दिया गया है। एससी/एसटी एक्ट का जिस तरह बेजा इस्तेमाल हो रहा है, इसे हम मुद्दा बनाएंगे। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट, आरक्षण का दुरुपयोग और जातिवादी योजनाओं को देखते हुए एक नई पार्टी की जरूरत को महसूस किया। जहां से उन लोगों की आवाज उठाई जा सके जो जातिवाद नही चाहतें हैं। देश और प्रदेश में तमाम पॉलिटिकल पार्टियां हैं लेकिन वे आम लोगों से जुड़े मुद्दे पर सदन में चर्चा तक नहीं करते।

राजा भैया ने कहा आज आरक्षण में प्रमोशन की बात हो रही है। मेरा मानना है कि प्रमोशन गुणवत्ता और वरिष्ठता के आधार पर होना चाहिए, न कि जाति के आधार पर। पूर्व मंत्री ने आरक्षण का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण योग्यता के आधार पर हो। जिन आईएएस और आईपीएस अधिकारीयों के बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं उन्हें आरक्षण का लाभ क्यों दिया जाए?