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जम्मू-कश्मीर-पीडीपी-कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस 16 साल बाद फिर हो सकते हैं एक

श्रीनगर,घाटी में राज्यपाल शासन लागू होने के करीब 6 महीने हो गए और अब ऐसा लग रहा है कि राज्य में 2002 जैसे समीकरण बन रहे हैं।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक,राज्य को गठबंधन की सरकार मिल जाएगी।

जम्मू एवं कश्मीर में सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है, जिसके लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) तथा पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और कांग्रेस मिला सकते हैं।नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) इसे बाहर से समर्थन दे सकती है। राज्य में 2002 जैसे समीकरण बन रहे हैं। उस वक्त भी पीडीपी-कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई थी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बाहर से समर्थन दिया था।सूत्रों ने बताया है कि इसके लिए कांग्रेस हाईकमान से हरी झंडी मिल गई है।

गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस,नेशलन कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के बीच गठबंधन पर  कहा कि हम पार्टियों का यह कहना था कि क्यों ना हम इकट्ठे हो जाए और सरकार बनाए। अभी वो स्टेज सरकार बनने वाली नहीं है, एक सुझाव के तौर पर बातचीत चल रही है।

जम्मू-कश्मीर में इससे पहले मार्च 2015 में पीडीपी और भाजपा ने गठबंधन सरकार बनाई थी। पहले मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री रहे। उनके निधन के बाद महबूबा मुफ्ती सीएम बनीं। यह गठबंधन सरकार इस साल जून तक चली। जून में जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी से गठबंधन तोड़ सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद वहां सियासी संकट के हालात पैदा हो गये थे। हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी ने लगे हाथ राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर दी।

बता दें कि जम्मू- कश्मीर में छह साल का कार्यकाल होता है और वहां पर राष्ट्रपति के बदले राज्यपाल शासन लागू होता है।19 दिसंबर को राज्यपाल शासन के छह महीने पूरे हो जाएंगे और नियमों के मुताबिक, इसे दोबारा नहीं बढ़ाया जा सकता। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है, लेकिन उसके लिए विधानसभा भंग करनी होगी।

कुल सीटें 87, बहुमत के लिए जरूरी 44-

पार्टी—-सीटें

पीडीपी–28

भाजपा–25

नेंका— 15

कांग्रेस–12

अन्य–7

कुल– 87