लखनऊ, सरकारी पेंशन चालू करने की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों सरकारी कर्मचारियों ने हुंकार भरी। उन्होंने दो टूक कहा कि वे उसी दल को वोट देंगे जो पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से बहाल करेंगे।
दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों कर्मचारियों ने हुंकार भरते हुये कहा कि वे वोट उसी को देंगे जो पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से बहाल करेंगे। इस अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने राज्य में पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा कर दी है।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली सरकार पुरानी पेंशन को बहाल करेगी। वहीं, वे दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी इस बारे में पत्र लिखेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन महीने के अंदर केंद्र ने पुरानी पेंशन लागू नहीं की तो वे इसके लिए मोर्चा खोलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को दुखी कर कोई सरकार खुश नहीं रह सकती। कर्मचारियों में देश की सरकार बदलने की ताकत है। केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सीबीआई व आईबी वालों को बता दें कि पुरानी पेंशन लागू न होने पर 2019 में कयामत आने वाली है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह रामलीला मैदान जिसको शाप देता है, वो खत्म हो जाता है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से अपील की कि राष्ट्रनिर्माण करना चाहते हैं तो सरकारी कर्मचारियों को दुखी नहीं कर सकते।
नई पेंशन स्कीम 2004 में लागू हुई अब वेतन, महंगाई भत्ते का 10 फीसदी कटता है और 60 की उम्र में जमा राशि का 60 फीसदी मिलता है जो राशि मिलती है उस पर टैक्स लगता है। बाकी 40 फीसदी लंबी अवधि के निवेश में जाता है। पुरानी पेंशन में आधा वेतन मिलता था।
सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय पेंशन नीति का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि नई नीति में कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं है। इसे सिर्फ शेयर बाजार को फायदा देने के लिए बनाया गया है। कर्मचारियों की मांग है कि 2004 से पहले की पेंशन नीति लागू की जाए।