अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति सीनियर जॉर्ज बुश का 94 साल की उम्र में निधन
December 1, 2018
वॉसिंगटन,अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति सीनियर जॉर्ज बुश का लंबी बीमारी के बाद निधन,अमेरिकी समयानुसार शुक्रवार शाम को हुआ। उनके पुत्र व अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने इसकी जानकारी दी।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश नहीं रहे। शुक्रवार रात करीब 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज हर्बर्ट वॉकर बुश 94 साल के थे।12 जून, 1924 को जन्मे बुश 1989 से 1993 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति रहे। राष्ट्रपति पद ग्रहण करने से पहले बुश ने 1981 से 1989 तक अमेरिका के 43वें वाइस प्रेसिडेंट के रूप में कार्य किया।बुश परिवार से अमेरिका को दो राष्ट्रपति मिले। जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश (उन्हें सीनियर बुश भी कहा जाता है) 1989 से 1993 तक अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति रहे। इसके आठ साल बाद उनके बेटे जॉर्ज डब्ल्यू बुश (उन्हें जूनियर बुश के नाम से भी जाना जाता है) ने राष्ट्रपति पद संभाला।
उनकी पत्नी बारबरा की मृत्यु इस साल 17 अप्रैल को हुई थी। पत्नी बारबरा की मृत्यु के एक हफ्ते बाद संक्रमण के साथ एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था।उनका 73 साल का विवाह यूएस इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति के मुकाबले लंबा था। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और पूर्व फ्लोरिडा गर्वनर जेब बुश उनके बेटे थे।जॉर्ज हरबर्ट वॉकर बुश अमेरिका के कार्यकाल के दौरान खाड़ी युद्ध हुआ था।जब इराक ने कुवैत पर हमला बोला था तो बुश सीनियर के नेतृत्व में खाड़ी युद्ध हुआ था. जब इराक ने कुवैत पर हमला बोला था तो बुश सीनियर के नेतृत्व में अमेरिका ने सैन्य दखल देकर इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन को रोका था।
उनके बेटे,पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के प्रवक्ता ने उनका यह बयान ट्विटर पर जारी किया, जेब, नील, मार्विन, डोरो और मैं यह घोषणा करने के लिए दुखी हैं कि 94 अद्भुत वर्षों के बाद हमारे प्रिय पिताजी की मृत्यु हो गई है। उन्होंने कहा कि जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश एक सदचरित्र व्यक्ति और वह अपने पीछे 5 बच्चों और 17 ग्रैंड चिल्ड्रन को छोड़ गए हैं। वह द्वितीय विश्व युद्ध के अनुभवी थे। वह पार्किं सन बीमारी से पीड़ित थे। हालांकि उनकी मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। बुश सीनियर 1944 में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान फाइटर पायलट रहे। वह संयुक्त राष्ट्र में राजदूत और सीआईए के निदेशक भी रहे।