क्या आप जानते हैं कि हमारे सेहत के लिये जितनी पौष्टिक फल और सब्जियां हैं, उतने ही इनके छिलके भी। जिन छिलको को आप कचरा समझ कर फेंक देते हैं, वही छिलके ढेर सारे गुणों से भरे हुए होते हैं। अगर आप अगली बार सेब खाते हैं या फिर खीरा, तो उसके छिलके को भूल कर भी ना उतारें। हां, आप उनको भली प्रकार से धो सकते हैं, जिससे उनमें लगी धूल मिट्टी आराम से निकल जाए। आइये जानते हैं किन छिलको में कौन से गुण छुपे हुए होते हैं।
सेब:- सेब के छिलके में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो कि शरीर में पाए जाने वाले खराब कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
अंगूर:- ये बात सच है कि अंगूर में भारी मात्रा में कीटनाशक पाए जाते हैं। लेनिक फिर भी आपको उसके छिलके को नहीं छीलना चाहिये। इसके छिलके में रेस्वाजराटोल पाया जाता है जो हृदय के लिये काफी अच्छा माना जाता है।
आलू:- आलू के छिलके में आलू से कहीं ज्या दा आयरन, फाइबर और फोलेट पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें 5 से 10 गुना ज्या दा एंटीऑसीडेंट भी होता है।
खीरा:- खीरे को छिलके के साथ खाने से कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन ए और विटामिन के प्राप्ते होता है।
बैंगन:- बैंगन में एंटीऑक्सीथडेंट होता है जो दिमाग की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है। अगर आप इसे अधिक मात्रा में खाएंगे तो आपका वजन भी कम होगा।
रोज चुकंदर का रस पीने से हो सकते हैं ये साइड इफेक्ट:-
इस जूस को पीने का आपका उद्देश्य भले ही कुछ भी हो, आपको बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप इसकी कितनी मात्रा का सेवन कर रहे हैं। क्योंकि किसी भी अच्छी भी चीज की अति करने से नुकसान हो सकता है। जूस बार और स्पा के मेनू में बीटरूट अवश्य शामिल होता है जिसमें यह कहा जाता है कि यह आपके पाचन, सहनशक्ति को मजबूत बनाता है और आपके ब्लड प्रेशर को कम करता है। चेहरे पर चाहिये गुलाब जैसा निखार तो लगाएं बीटरूट फेस पैक इस जूस को पीने का आपका उद्देश्य भले ही कुछ भी हो, आपको बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप इसकी कितनी मात्रा का सेवन कर रहे हैं। क्योंकि किसी भी अच्छी भी चीज की अति करने से नुकसान हो सकता है।
बीटरूट जूस:- बीटरूट से होने वाले फायदे को उठाने का आसान तरीका है। इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं और यह बनाने में भी आसान होता है। इसके कारण पिछले कुछ वर्षों से देश में इसका सेवन बहुत बढ़ा है और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के जीवन का और फिटनेस प्लान का यह एक अभिन्न हिस्सा है। खोजों से पता चलता है कि बीटरूट के जूस में उपस्थित इनऑर्गेनिक नाइट्रेट्स आपके हृदय को ऑक्सीजन की आपूर्ति अधिक मात्रा में करते हैं, रक्त वाहिनियों में सुधार लाते हैं, कसरत करने का समय बढाते हैं और ब्लड प्रेशर को कम करते हैं। ब्लड प्रेशर कम होने से स्ट्रोक और अनीमिया के कारण होने वाली हृदय से संबंधित बीमारियों की संभावना कम हो जाती है। बीटरूट जूस से होने वाले ये सभी स्वास्थ्य लाभ आकर्षक दिख सकते हैं परन्तु बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करना भी अच्छी बात नहीं है। यहां बीटरूट जूस के कुछ दुष्परिणाम बताये गए हैं….
1.किडनी स्टोन्स:- इसका एक सबसे महत्वपूर्ण दुष्परिणाम आपके किडनी पर हो सकता है। किडनी के रोगियों को तथा ऐसे लोगों को जिन्हें किडनी में स्टोन बनने का खतरा हो, उन्हें बीटरूट जूस का सेवन नहीं करना चाहिए। एनएचएस के अनुसार जिन लोगों को किडनी में स्टोन बनने से बचाव करना है उन्हें बीटरूट के जोस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें ऑक्सलेट उपस्थित होता है। ऑक्सलेट्स वे यौगिक हैं जो किडनी में स्टोन बनाते हैं। हालांकि इसकी पत्तियों की तुलना में जड़ में कम ऑक्सलेट होता है परन्तु फिर बहे सावधानी बरतना जरूरी है।
2. मूत्र का रंग और मल त्याग इस स्थिति को बीटूरिया कहा जाता है जिसमें आपका शरीर गुलाबी या लाल रंग के मूत्र का उत्पादन करता है। कुछ लोगों के मल में भी इस तरह का रंग आ सकता है जिसे अक्सर लोग मल या मूत्र में खून समझ लेते हैं। यह चिंता का कारण नहीं है और आम तौर पर इससे कोई नुकसान नही होता। बीरूट में उपस्थित गहरे रंग के बीटानिन तत्व के कारण मल और मूत्र में यह रंग आ जाता है। यह स्थिति लगभग 48 घंटे या उससे कम समय में ठीक हो जाती है और इसके बाद मल और मूत्र का रंग सामान्य हो जाता है। एक बार जब आप बीटरूट के जूस का सेवन करना बंद कर देते हैं और उसके 48 घंटे बाद भी यदि यही स्थिति बनी रहेते है तो आपको चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
3. ब्लड प्रेशर में गिराव असुरक्षित बीटरूट जूस ब्लड प्रेशर को कम करता है। यदि आप ब्लडप्रेशर कम करना चाहते हैं तो फिर यह ठीक है। हालांकि यदि आप दवाईयों के साथ साथ ब्लडप्रेशर कम करने वाली दवाईयों का सेवन भी करते हैं तो इसके कारण आपका ब्लडप्रेशर बहुत कम हो सकता है जो आपके लिए असुरक्षित है।
4. पेट खराब होनाः यदि आप एक बार में ही बीटरूट जूस का बहुत अधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं तो आपका पेट खराब हो सकता है। कुछ लोगों की सलाह के अनुसार आपको प्रारंभ में बीटरूट के एक या आधे औंस रस को अन्य रसों के साथ मिलाकर इसका सेवन करन चाहिए ताकि आपके शरीर को इसकी आदत लग जाए। कच्चे बीटरूट का सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेसटाइनल बीमारियां होने की रिपोर्ट भी सामने आई हैं। इसमें उपस्थित फ्रुक्टंस जो एक लघु श्रेणी कार्बोहाइड्रेट हैं, के कारण उन लोगों को समस्या आ सकती है जिनका पेट संवेदनशील होता है और जिन्हें इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम की समस्या होती है।
5. हाई शुगरः 100 ग्राम कच्चे बीट में लगभग 7 ग्राम शुगर होती है। यदि आप इतनी मात्रा के बीट का जूस बनाकर भी यदि आप उसका सेवन करते हैं तो भी आप शुगर की अधिक मात्रा का सेवन कर रहे हैं। दूसरे शब्दों में यदि आप अपने शुगर के सेवन पर नियंत्रण रखते हैं तो भी बीटरूट जूस का सेवन निश्चिंत होकर कर सकते हैं यदि आप इसमें अन्य किसी रूप में शुगर नहीं खा रहे हैं। केवल इस बात का ध्यान रखें कि इसे अन्य खाद्य पदार्थों के साथ संतुलित कर लें।
6. ब्लड प्रेशर को नियमित करने की समस्या कुछ तथ्यों के अनुसार मांसपेशियों में प्रसार लाने वाले पदार्थों का बहुत अधिक समय तक उपयोग करने से आपके शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बंद हो जाता है। यदि यह सत्य है तो शरीर में सामान्य रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता खत्म हो जाती है और आपको लम्बे समय तक ब्लड प्रेशर समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। इस बात पर अभी कोई एकमत नहीं है कि बीटरूट से आपको मिलने वाली मात्रा से आप परेशानी में आ सकते हैं अथवा नहीं। परन्तु सावधानी की दृष्टि से यदि विशेषज्ञों की राय माने तो कृत्रिम नाइट्रेट्स की तुलना में प्राकृतिक नाइट्रेट्स अधिक सुरक्षित हैं अतः इसकी अधिक मात्रा का सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसकी कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए?
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार एक बार में आठ औंस और सप्ताह में तीन बार से अधिक इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यह एक सर्विंग में दो बीट के जूस के बराबर होता है। यदि आपको इसका स्वाद पसंद नहीं आता तो आप इसके साथ अन्य किसी फल जैसे संतरे या सेब का जूस मिला सकते हैं। कुछ स्वास्थ्य जानकारों के अनुसार आप प्रतिदिन बीटरूट जूस पी सकते हैं। परन्तु सच्चाई यह है कि इतनी अधिक मात्रा का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। यदि आप पहले से ही ब्लड प्रेशर कम करने की दवाईयां ले रहे हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। ध्यान रहे कि आप जो दवाईयां ले रहे हैं या आपकी मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार आपको इसके कोई दुस्परिनाम न झेलने पड़ें। और डॉक्टर से परामर्श लिए बिना अपनी दवाईयों को छोड़कर केवल इसका सेवन न करें।