नयी दिल्ली, 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय पार्टियों से लेकर क्षेत्रीय पार्टियों तक सभी पार्टियों ने पूरी दम से चुनाव लड़ा और अपने दल के प्रत्याशियों को जिताने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन कुछ नेताओं की मेहनत रंग लायी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों मे, भाजपा और कांग्रेस ने इन सभी राज्यों में मेहनत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुल 32 जन सभाये की। राजस्थान मे 12 सभाएं कीं, जो 5 राज्यों में सबसे ज्यादा हैं। इसके अलावा, उन्होंने मध्यप्रदेश में दस, छत्तीसगढ़ में चार, तेलंगाना में पांच और मिजोरम में एक रैली की। इन राज्यों में कुल 679 सीटें हैं। लेकिन वह बीजेपी की किसी भी राज्य मे सरकार नही बनवा पाये।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव वाले पांचों प्रदेशों में कुछ हफ्तों के भीतर 82 सभाएं और सात रोड शो किए थे। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय पार्टी अपने अध्यक्ष राहुल गांधी को दे रही हैं । राहुल गांधी ने 7 अक्टूबर को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के बाद सबसे अधिक 25 जनसभाएं मध्य प्रदेश में कीं। उन्होंने मध्य प्रदेश में 4 रोड शो भी किए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 19-19 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान में 2 और छत्तीसगढ़ में एक रोड शो भी किया। राजस्थान में कांग्रेस पांच साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 15 वर्षों के बाद भारी बहुमत से सत्ता में वापसी कर रही है।
गांधी ने तेलंगाना में 17 जनसभाएं करके कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे, हालांकि यहां पार्टी को निराशा हाथ लगी। उन्होंने मिजोरम में 2 सभाएं कीं लेकिन यहां कांग्रेस अपनी सत्ता बचाने में नाकाम रही।