नयी दिल्ली, प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर असंवैधानिक काम करने का आरोप लगाया है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लोकपाल के गठन के लिए बने कानून पर अमल सुनश्चित कराने का अनुरोध किया है। हजारे ने कोविंद को पत्र लिखकर कहा कि सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही है और यह लोगतंत्र के खिलाफ है।
संसद पहले ही लोकपाल के गठन के लिए कानून बना चुकी है लेकिन सरकार उसका अनुपालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार लोकपाल के गठन की दिशा में जरूरी कदम नहीं उठाती है तो वह 30 जनवरी से भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। उन्होंने आरोप लगायाश् सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही है और लोकसभा तथा राज्यसभा से पारित कानून के अनुपालन को नजरअंदाज कर रही है जिससे देश के लोकतंत्र से हुकूमतंत्र की तरफ जाने की संभावना है।
ऐसा नहीं हो इस संबंध में राष्ट्रपति से आग्रह कर रहा हूं कि वह सुनिश्चित करें कि सरकार लोकपाल लोकायुक्त कानून का पालन करे अन्यथा वह 30 जनवरी से अनशन शुरू कर रहे हैं। हजारे ने कहा कि संसद में बने कानून का अमल करना सरकार की जिम्मेदारी है। कानून के आधार से देश चलता है। लोकपाल लोकायुक्त कानून मोदी सरकार के सत्ता में आने से ठीक पहले बना था और मोदी सरकार को इस कानून काे अमल में लाना चाहिए था लेकिन ऐसा करने में वह असफल रही है।