नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा पार आतंकवादी शिविरों पर की गयी कार्रवाई को इशारों ही इशारों में “पायलट प्रोजेक्ट” बताते हुये कहा कि “रीयल” अभी करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान दिवस के मौके पर यहाँ विज्ञान भवन में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुये कहा “आप तो प्रयोगशालाओं में जिंदगी गुजारने वाले लोग हैं और आप में पहले पायलट प्रोजेक्ट करने की परंपरा है। पायलट प्रोजेक्ट करने के बाद स्केलेबल किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा “अभी-अभी एक पायलट प्रोजेक्ट हो गया है। अभी रीयल करना है। पहले तो प्रैक्टिस थी।”लेकिन, इसके बाद उन्होंने बात को मोड़ते हुये सभा में मौजूद लोगों से वैज्ञानिकों के लिए खड़े होकर ताली बजाने का आह्वान किया और जब लोगों ने ऐसा किया तो उन्होंने कहा “यह रीयल है। पहले प्रैक्टिस थी।”
इससे पहले विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुये लोगों से उनके लिए खड़े होकर तालियाँ बजवाई थी।उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर किये गये हमले के जवाब में 26 फरवरी को वायुसेना ने सीमा पार बालाकोट स्थित उसके सबसे बड़े शिविर को नेस्तनाबूत कर दिया था।