दलित महिला का अंतिम संस्कार, सवर्णों द्वारा न करने देने का राज्यपाल ने लिया संज्ञान
April 14, 2019
शिमला, गांव के शमशान घाट में कथित रूप से ऊंची जाति के लोगों द्वारा दलित महिला का अंतिम संस्कार नहीं करने देने की घटना पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल अधिकारियों को जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एक प्रवक्ता ने बताया कि बुजुर्ग महिला का कुल्लू के जंगल में अंतिम संस्कार किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि रविदास धर्म सभा के अध्यक्ष कर्म चंद भाटिया के नेतृत्व में संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया जिसके बाद उन्होंने इस घटना का कड़ा संज्ञान लिया। यह घटना कुल्लू जिले के फोजल घाटी की है। धारा गांव की एक बुजुर्ग महिला का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया था। उनके पोते तापे राम ने आरोप लगाया कि शव यात्रा जब शमशान घाट पहुंची तो ऊंची जाति के कुछ व्यक्तियों ने उन्हें रोका।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें राम अपना बयान रिकॉर्ड करते हुए देखे जा सकते हैं जबकि पीछे उनकी दादी का अंतिम संस्कार हो रहा था। राम को यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘ उन्होंने (ऊंची जाति के व्यक्तियों) कहा है कि देवताओं के क्रोध से अगर कुछ भी गलत होता है तो उसके लिए हम जिम्मेदार होंगे। इसलिए हम शव को नजदीक के नाले ले आए और अंतिम संस्कार किया।’’