कश्मीरी पंडितों को, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया ये आश्वासन
April 14, 2019
कठुआ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि वह घाटी में कश्मीरी पंडितों को फिर से बसाने और दशकों पहले सीमापार से आकर जम्मू कश्मीर में बस चुके पीओके तथा पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह कभी भी कश्मीरी पंडितों और 1984 के सिख-विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय नहीं दिला पाई। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की नीतियों के चलते मेरे कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों को अपना घर छोड़ना पड़ा। कांग्रेस और उसके सहयोगी पंडितों पर किये गए अत्याचारों के गवाह हैं, लेकिन उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं।”
मोदी यहां केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह के समर्थन में रैली कर रहे थे। सिंह उधमपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
मोदी ने कहा, “कांग्रेस आजतक भी पंडितों के मुद्दे पर बोलने से बचती है लेकिन “ये चौकीदार उनको उनकी जमीन पर बसाने का पक्का वादा करता है। यह प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है।” मोदी ने कहा कि इसी प्रकार उनकी सरकार ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू की है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम उन्हें नागरिकता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। 23 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद एक बार फिर मोदी सरकार बनी तो नागरिकता अधिनियम पारित करने के प्रयासों को फिर से शुरू किया जाएगा।”
उन्होंने कांग्रेस पर 60 साल से अधिक समय तक लोगों के साथ अन्याय का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या पार्टी कश्मीरी पंडितों और 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय दिला पाएगी। मोदी ने कहा कि यह वही पार्टी है जो खुद को न्याय का पैरोकार कहती है, लेकिन यह केवल लोगों को धोखा देने के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजनीतिक हित साधने के लिये पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को न्याय के नाम पर धोखा दिया। मोदी ने पार्टी के लिए वोट मांगते हुए कहा कि चौकीदार सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखते हुए लोगों की सुरक्षा और समृद्धि के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहा है।