प्रशांत भूषण ने स्वराज अभियान सहित इन प्रमुख संगठनों से दिया इस्तीफा
April 17, 2019
नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और कई मौकों पर मोदी सरकार के लिए चिंता का सबब बनने वाले वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने स्वराज अभियान सहित तीन प्रमुख संगठनों से इस्तीफा दे दिया है।
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल), कॉमन कॉज और स्वराज अभियान की गवर्निग बॉडी से इस्तीफा दे दिया है। प्रशांत भूषण अभी तक इस संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं, लेकिन बार काउंसिल में उनके खिलाफ हुई शिकायत के कारण उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा।
प्रशांत भूषण के खिलाफ बार काउंसिल ऑफ इंडिया में शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायत में कहा गया था कि प्रशांत भूषण संस्था के सदस्य हैं तो उनकी तरफ से कोर्ट में पेश नहीं हो सकते हैं। जिसके बाद प्रशांत भूषण को इन संगठनों से इस्तीफा देना पड़ा। प्रशांत भूषण तीनों संगठन के बड़े पदों पर थे। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के नियम केअनुसार कोई भी सदस्य अगर किसी ऐसी संस्था का सदस्य है जो सामाजिक, राजनीतिक मुद्दों पर कोर्ट में याचिका दायर करती है तो वह उसका पक्ष नहीं रख सकता है ।
प्रशांत भूषण देश के सबसे चर्चित वकीलों में से एक हैं. लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरे राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले के मसले पर प्रशांत भूषण ने ही पुनर्विचार याचिका दायर की थी। उनके अलावा याचिका दायर करने वालों में बीजेपी के बागी नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी शामिल हैं।
राफेल के अलावा ताजा मामलों में सीबीआई विवाद भी एक ऐसा केस था, जिसपर प्रशांत भूषण सबसे आगे दिखे थे। उन्होंने ही सीबीआई विवाद को सुप्रीम कोर्ट के सामने उठाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था। बाद में कोर्ट ने आदेश देते हुए सरकार के द्वारा आलोक वर्मा को हटाने के फैसले को गलत बताया था।