प्रमुख सूचना सचिव के मुताबिक अयोध्या के आयुक्त, आईजी अयोध्या और आबकारी आयुक्त की तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर 48 घंटे के भीतर जांच सौंपने के आदेश भी जारी किए गए हैं. मामले में सरकार की तरफ से राजनीतिक साजिश के एंगल की जांच करने समेत कड़ी कार्रवाई करने के आदेश भी दिए गए हैं. जानकारी के मुताबिक अभी 16 लोगों का इलाज चल रहा है वहीं 5 अन्य लोगों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले में बाराबंकी में मौजूद जांच समिति के लोग साक्ष्य मुहैया करवा सकते हैं.
आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि बाराबंकी में सरकारी ठेके की शराब पीने से आधिकारिक तौर पर 6 लोगों की मौत की सूचना मिली है. आबकारी मंत्री ने इसे विभाग की बड़ी चूक बताया और कहा अनुज्ञापी द्वारा बेची जा रही थी मिलावटी शराब. उन्होंने कहा कि सख्त निर्देश है कि अधिकारी सभी ठेकों की नियमित जांच करेंगे, लेकिन आबकारी अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया. इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, इंस्पेक्टर, 3 हेड कांस्टेबल और 5 सिपाहियों को निलंबित किया गया. साथ ही आबकारी आयुक्त को मौके पार जांच के लिए के लिए भेजा गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उधर मामले में यूपी पुलिस के डीजीपी ने भी सख्त रुख अख्तियार करते हुए राम नगर के सीओ पवन गौतम और इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया साथ ही मामले की जांच के लिए एसपी अजय साहनी ने तीन सदस्यों की जांच टीम गठित कर दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए रिपोर्ट तलब की है.
बाराबंकी जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने सख्त कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी विभाग के 10 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. जिला आबकारी अधिकारी, इंस्पेक्टर, तीन हेड कांस्टेबल समेत 5 सिपाहियों को निलंबित किया गया है.