अमेठी में राइफल फैक्टरी लगाने के लिए, प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को दिया धन्यवाद
June 13, 2019
बिश्केक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने भारत एवं रूस के बीच रक्षा संबंधों को क्रेता.विक्रेता संबंधों के आगे ले जाने के इरादे पर प्रसन्नता व्यक्त की और श्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में मेक इन इंडिया के तहत कलाशनिकोव श्रेणी की आधुनिकतम राइफल का कारखाना लगाने के लिए तत्परता से कदम उठाने के लिए श्री पुतिन का आभार जताया।
शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की शिखर बैठक में भाग लेने किर्गीज गणराज्य की राजधानी बिश्केक पहुंचने के बाद श्री मोदी और श्री पुतिन के बीच यहां प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय बैठक हुई। बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने यहां संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेताओं ने भारत एवं रूस के बीच तेल के क्षेत्र में भी गहन सहयोग करने की जरूरत रेखांकित की है और यह प्रक्रिया शुरू हाे गयी है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने रूसी पक्ष से बातचीत आरंभ कर दी है।
विदेश सचिव ने बताया कि दोनों नेताओं ने रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए कुशल भारतीय कामगारों के लिए अवसरों पर भी गौर किया और कहा कि इस विस्तीर्ण भूभाग पर आबादी अत्यंत विरल है। श्री गोखले ने कहा कि रक्षा संबंधों के बारे में चर्चा करते हुए श्री मोदी ने अमेठी में मेक इन इंडिया के तहत कलाशनिकोव श्रेणी की आधुनिकतम राइफल का कारखाना लगाने के लिए तत्परता से कदम उठाने के लिए श्री पुतिन का आभार जताया और कहा कि इस परियोजना को रिकॉर्ड समय में लिया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि रूसी राष्ट्रपति ने इसमें निजी दिलचस्पी ली है। इससे भारत एवं रूस के रक्षा संबंध क्रेता.विक्रेता संबंधों के आगे पहुंच गये हैं।
मोदी ने उन्हें रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जाने के लिए श्री पुतिन को धन्यवाद ज्ञापित किया। विदेश सचिव ने यह भी बताया कि जापान के आेसाका में जी.20 की बैठक के दौरान अलग से रूसए भारत एवं चीन की आरआईसी त्रिपक्षीय बैठक भी आयोजित की जाएगी।
श्री गोखले ने कहा कि यह बहुत संक्षिप्त बैठक थी लेकिन परिणाम के लिहाज से बहुत समृद्ध रही। दोनों नेताओं के बीच अगली द्विपक्षीय बैठक दो माह के भीतर होगी। श्री पुतिन ने श्री मोदी को रूस के व्लाडीवोस्टक में सितंबर में होने वाली पूर्वी आर्थिक फोरम बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जिसे श्री मोदी ने स्वीकार कर लिया।