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यूपी मे अब शिक्षकों के अवकाश प्रकरणों का निस्तारण होगा, तत्काल और आनलाइन

लखनऊ, उत्तर प्रदेश मे अब शिक्षकों के अवकाश प्रकरणों का निस्तारण  तत्काल और आनलाइन होगा। यह आदेश प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी ने दिये।
 डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सभी शिक्षकों एवं शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ जनपद एवं विकास खण्ड स्तर पर बैठक कर संवाद स्थापित किया जाये और प्रेरणा ऐप से होने वाले लाभ एवं विशिष्टियों के बारे में जानकारी दी जाये।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के अवकाश प्रकरणों का निस्तारण तत्काल केवल आनलाइन व्यवस्था के माध्यम से ही करना सुनिश्चित किया जाय तथा परम्परागत (आनलाइन/मैनुअल) व्यवस्था को तत्काल समाप्त करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को देय सभी अवकाश यथा-आकस्मिक अवकाश चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश, बाल देखभाल अवकाश आदि की स्वीकृति में होने वाले विलम्ब को दूर करने एवं पारदर्शितापूर्ण निस्तारण के लिए आनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।
डा0 द्विवेदी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालय की अवस्थापना संबंधी सूचनाओं को 15 अक्टूबर, 2019 तक अवश्य उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
शिक्षकों के सर्विस बुक अपडेशन का कार्य 30 सितम्बर, 2019 तक पूरा करा लिया जाये अन्यथा संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा।
मध्यान्ह भोजन योजना का अनुश्रवण ‘प्रेरणा’ ऐप के माध्यम से सुनिश्चित करते हुए शिक्षकों द्वारा जो समस्यायें संज्ञान में लायी जाती हैं, उनका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया जाये।
‘प्रेरणा’ ऐप के लाभ से अवगत कराते हुए सभी शिक्षकों को ‘प्रेरणा’ ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाये।
डा0 द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों को यह भी अवगत कराया जाये कि ‘प्रेरणा’ ऐप सिक्योर्ड सिस्टम पर है एवं शिक्षकों के जो भी फोटोग्राफ ऐप पर अपलोड होते है वह विकास खण्ड/जनपद/राज्य स्तर पर किसी के द्वारा भी नहीं देखे जा सकेंगे।
‘प्रेरणा’ प्रणाली अत्यंत सिक्योर्ड सिस्टम में विकसित है जिसका निरन्तर सिक्योर्ड आडिट भी किया जाता रहेगा।
उन्होंने कहा कि जनपद स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी निरीक्षण, ऐप के माध्यम से ही अपलोड किये जायें।