कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की करतूत, ‘एलडब्ल्यू्’ पैदा कर रहा खौफ
September 18, 2019
श्रीनगर, कश्मीर घाटी में निवासियों के बीच भय पैदा करने और प्रशासन की अवज्ञा करने के प्रयासों के तहत सशस्त्र आतंकवादी दुकानों में घुसकर अथवा रात में दीवारों पर पोस्टर चिपकाकर या दुकानों के शटर टेप से बंद कर उनके मालिकों को धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आधिकारिक रूप से इस पर चुप्पी साध रखी है और कोई भी इस पर बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर अधिकारियों ने माना कि हालात हाथ से निकल सकते हैं।
दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के मोदरीगाम गांव में दो दुकानों को टेप से चिपका कर सील करने और उन पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन की मुहर लगी होने की घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि यह कोई दूर-दराज वाले एक गांव या एक आतंकवादी समूह तक सीमित नहीं है।
श्रीनगर के सिविल लाइंस इलाके के करण नगर बाजार में दो दुकानों पर बड़े-बड़े अक्षरों में ‘एलडब्ल्यू्’ लिखा हुआ और हिज्बुल मुजाहिदीन का चिह्न बना हुआ था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने ‘एलडब्ल्यू’ का मतलब ‘लास्ट वार्निंग’ यानी आखिरी चेतावनी से लिया क्योंकि इन दोनों दुकान के मालिकों ने आतंकवादियों की बात नहीं मानी थी।
एक दुकानदार ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा, “हम दुकानें खोलना चाहते हैं लेकिन घर वापस जाएंगे तो हमारी सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा। हमने पुलिस अधिकारियों से अकेले में भी बात की है लेकिन हमारी समस्याओं का कोई समाधान नजर नहीं आता।”
घाटी में यह एक साझा निषेध बन गया है। घाटी पांच अगस्त से एक प्रकार से पूरी तरह से ठप पड़ी है जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।
मध्य कश्मीर के गांदरबल और श्रीनगर के व्यस्त क्षेत्र फतेह कदल में आतंकी समूह अल-बदर की तरफ से पोस्टर लगाए गए हैं। इस पोस्टर में पुलिसकर्मियों के परिवारों का सामाजिक बहिष्कार करने के लिए कहा गया है।
कई पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टर रात में लगाए जा रहे हैं जब सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कम होती है।
श्रीनगर के बेमिना बाजार में मूसा बाबा समूह की ओर से अंग्रेजी में पोस्टर चस्पा किए गए हैं जिसमें दुकानदारों से जरूरी सामान सुबह साढ़े आठ बजे तक ही बेचने को कहा गया है।
अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इस तरह के पोस्टर प्रशासन को चुनौती देने के लिए लगाए गए हैं। कई लोग इन्हें गंभीरता से ले रहे हैं और घर के भीतर रहना ही पसंद कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने पत्रकारों से कहा था, ‘‘ हम लोगों के साथ हैं और वे हमारे साथ हैं। हम उनको नुकसान पहुंचाने नहीं देंगे। जो धमकी दे रहे हैं हम उनसे निपटेंगे और आतंकवादियों को मार गिराएंगे।’’
उन्होंने कहा कि बागान मालिकों और दुकानदारों को धमकी और मंगलवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला में एक कार को आग लगाने एवं चालक को पीटने में शामिल दोनों आतंकियों की पहचान कर ली गई है। इनकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सज्जाद और मुजफ्फर के तौर पर की गई है। जल्द ही उनकी खबर ली जाएगी।