श्रीनगर, जम्मू.कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 आैर 35 एक को निष्प्रभावी किये जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करनेए घाटी में निषेधाज्ञा और अन्य प्रतिबंध लगाये जाने के विरोध में शुक्रवार को 47वें दिन दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और यहां अभी भी स्थिति पूर्ण रूप से से सामान्य नहीं सकी है।
गत पांच अगस्त से घाटी में निषेधाज्ञाए एक स्थान पर चार या उससे अधिक लोगों के खड़े होने पर प्रतिबंध और भारत संचार निगम लिमिटेड ;बीएसएनएलद्ध सहित इंटरनेट और अन्य मोबाइल सेवा पर रोक लगाई गयी थी। घाटी में पांच अगस्त से शैक्षणिक संस्थान भी बंद हैं और छात्रों की कक्षाओं से दूरी बनी हुई है। शहर.ए.खास में पांच अगस्त से ही ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी गेट नमाज अदा करने के लिए बंद हैं। जामिया मार्केट और मस्जिद के बाहर कानून.व्यवस्था बनाये रखने के लिए बड़ी संख्या में केन्द्र अर्द्धसैनिक बलों काे तैनात किया गया है।
श्रीनगर और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार को पिछले 47वें दिन से दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों सहित सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। शहर.ए.खास के पुराने शहरोंए नये शहरोंए सिविल लाइंस और उसके बाहरी इलाकों में निजी वाहन सड़कों पर चलते हुए दिखाई दिये। गुरुवार शाम को नये और पुराने शहर में कुछ पथराव की घटनायें हुई थीए जिससे कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचा। कश्मीर घाटी के अन्यत्र पांच अगस्त से हड़ताल के कारण आम जनजीवन प्रभावित रहा और सभी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा सड़कों पर वाहन नहीं देखे गये।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कश्मीर के अनंतनागए कुलगामए पुलवामाए शोपियां जिले में आज 47वें दिन दुकानेंए व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अन्य गतिविधियां प्रभावित रहीं। इसके अलावा कुपवाड़ाए बारामूलाए बांदीपुरए पट्टनए सोपोरए हंदवाडा आैर अजस में भी कोई बदलाव नहीं दिखाई दिया। मध्य कश्मीर के गंदेरबल और बडगाम जिलों में भी बंद की खबरें मिल रही है। घाटी में कानून.व्यवस्था बनाये रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।